-एचबीटीयू में शामिल करने की मांग, डायरेक्टर का छात्रों ने पुतला फूंका

-स्टेप एचबीटीआई को डीएसटी ने दस साल से बजट नहीं दिया है

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KANPUR : स्टेप एचबीटीआई के स्टूडेंट्स ने शुक्रवार को एचबीटीयू में मर्ज करने की डिमांड को लेकर जमकर बवाल किया। डायरेक्टर आरके त्रिवेदी के खिलाफ स्टूडेंट्स ने जोरदार नारेबाजी करते हुए पुतला फूंका और उन्हें अंदर नहीं घुसने दिया। करीब तीन घंटे तक स्टूडेंट्स ने कैंपस में हंगामा किया। इस बीच स्टेप एचबीटीआई प्रशासन ने मेन गेट बंद कर दिया।

भूमि 3 दशक के लिए लीज पर

स्टेप एचबीटीआई को इयर 1990 में स्टेब्लिश किया गया था। गवर्नमेंट ऑफ इंडिया ने नेशनल लेवल पर करीब 100 साइंस एण्ड टेक्नोलॉजी एंटरपे्रन्योरशिप पार्क खोले थे। इस पार्क को खोलने के लिए एचबीटीआई ने 30 साल के लिए लीज पर भूमि दी थी। इस पार्क को खोलने का मेन मकसद यह था कि यहां पर स्किल डेवलपमेंट सेंटर बने और जो लोग ट्रेनिंग लेने आए उन्हें ट्रेनिंग दी जाए। इसके लिए बाकायदा डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एण्ड टेक्नोलॉजी प्रति वर्ष बजट भी आवंटित करता था। करीब एक दशक से स्टेप एचबीटीआई को डीएसटी से कोई बजट नहीं मिला है। वहीं स्टेप एचबीटीआई में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन बिजनेस मैनेजमेंट चल रहा जिसमें कि 120 सीटें हैं। स्टूडेंट से एक साल की फीस डेढ़ लाख रुपए ली जाती है। छात्रों की मांग है कि गवर्नमेंट के नॉ‌र्म्स के अनुसार फीस ली जाए। डायरेक्टर के म़ुताबिक, स्टूडेंट्स के इस प्रोटेस्ट को बैक डोर से फैकल्टी भी सपोर्ट कर रही है।

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स्टूडेंट्स की डिमांड वाजिब नहीं है। संस्थान एडमिशन और काउंसिलिंग में सरकार के नॉ‌र्म्स फॉलो नहीं करता है। डायरेक्ट एडमिशन दिए जाते हैं। पिछले साल स्टेप एचबीटीआई की ओर से लिखित में दिया गया था कि उन्हें प्राइवेट संस्थान में रखा जाए।

प्रो। विनय पाठक, वीसी एकेटीयू