कानपुर (ब्यूरो)। 17 जून को कर्नलगंज थानाक्षेत्र में बोरी में टुकड़ों में मिले शव का पोस्टमार्टम 20 जून की शाम को किया गया। रिपोर्ट से जो तथ्य सामने आए हैं उनसे पुलिस अधिकारियों के भी रोंगेटे खड़े हो गए। हत्यारों ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं। जितनी भी क्रूरता कर सकते थे, उसमें कोई कसर नहीं छोड़ी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक युवक को जानवर की तरह पहले रस्सी से बांधकर बेरहमी से पीटा गया। उसके बाद जिंदा ही काट कर टुकड़े किए गए।

बेइंतेहा नफरत में
काटने के लिए किसी शार्प ऑब्जेक्ट जैसे जानवर काटने वाला चाकू, तलवार या गड़ासे का यूज किया गया। पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर्स का मानना है कि बेइंतेहा नफरत में वारदात को अंजाम दिय गया है। 20 जून के हिसाब से पांच दिन पहले हत्या की गई थी, यानी 15 से 16 जून के बीच। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ये तो निश्चित है हत्या आसपास ही की गई है। ये काम किसी प्रोफेशनल कसाई का भी हो सकता है। डीएनए परीक्षण के लिए नमूना लिया गया है।

ये थी सनसनीखेज वारदात
कर्नलगंज थानाक्षेत्र में लालइमली के पीछे जाने वाली गली से शनिवार की सुबह तीन बोरियों में 5 टुकड़ों में भरा एक शव बरामद हुआ था। मृतक की उम्र 25 से 30 साल के बीच होने का अनुमान है। थाना प्रभारी कर्नलगंज संतोष कुमार ङ्क्षसह ने बताया कि अब तक शिनाख्त में सफलता नहीं मिली है। घटनास्थल के आसपास लगे 13 सीसी कैमरों का रिकॉर्ड खंगाला है लेकिन ऐसा कोई तार नहीं मिला जिससे हत्यारों तक पहुंचा जा सके.घटनास्थल से करीब 800 मीटर दूर चुन्नीगंज में पेट्रोल पंप के पास सीसी कैमरे में रात पौने चार बजे कुछ मजदूर बोरियां लिए दिखाई दिए हैं। लेकिन बोरियों का आकार काफी छोटा था। आसपास के जनपदों में मृतक की फोटो भेजकर वहां से गुमशुदा युवकों के बारे में जानकारी मांगी गई है।

पुलिस तंत्र हुआ फेल
पूरे शहर को सर्विलांस से लैस करने, अज्ञात शवों की पहचान के लिए हाईटेक इंतजाम, शातिर अपराधियों को कम समय में गिरफ्तार करने का पुलिस का तंत्र पूरी तरह से फेल हो गया है। पांच दिन बाद भी न तो मृतक की पहचान हुई और न ही आरोपियों का सुराग लगा। हालांकि पुलिस कमिश्नर का दावा है कि जल्द ही वारदात का खुलासा होगा।