कानपुर(ब्यूरो)। सेंट्रल स्टेशन पर बारिश से जलभराव की समस्या बनी हुई है। सैटरडे शाम बरसात शुरू होने के बाद ट्रेनों की रफ्तार फिर धीमी पड़ गई। इससे तीन दर्जन से अधिक ट्रेनें 15 मिनट से सवा घंटा तक देरी से सेंट्रल स्टेशन पर आईं और आगे के लिए रवाना की गई। धीरे-धीरे ट्रेनों को गुजारा गया। कई बार सिग्नल प्रभावित होने की स्थिति भी बनी, लेकिन पंप चलाकर हालात काबू में किए जाते रहे।

दो करोड़ की योजना
वेडनेसडे रात वर्षा के कारण सेंट्रल पर जलभराव से ट्रेनें फंस गई थीं। इससे पहले बीते सैटरडे को भी ऐसी ही स्थिति बन गई थी। 10 दिन में 100 से अधिक ट्रेनों के यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। अब जिला प्रशासन की पहल पर नगर निगम ने जलकल अफसरों के साथ मिलकर झकरकटी नाला निर्माण की दो करोड़ से कार्ययोजना बना ली है। एक दो दिन में टेंडर कराकर इसी महीने काम शुरू होने की उम्मीद है।

इन ट्रेनों की बिगड़ी चाल
सैटरडे को वंदे भारत एक्सप्रेस, सिक्किम महानंदा एक्सप्रेस, नीलांचल एक्सप्रेस, पनवेल-गोरखपुर एक्सप्रेस, मुंबई-एलटीटी एक्सप्रेस, नेताजी एक्सप्रेस, सीमांचल एक्सप्रेस, बीकानेर सुपरफास्ट एक्सप्रेस, अजमेर सुपरफास्ट एक्सप्रेस, नार्थ-ईस्ट एक्सप्रेस, महाबोधि एक्सप्रेस, जम्मूतवी एक्सप्रेस, दूरंतो एक्सप्रेस, चित्रकूट एक्सप्रेस समेत दूसरी ट्रेनें देरी से आईं व गईं।