कानपुर (ब्यूरो)। अगले तीन माह में मेट्रो ट्रेन मोतीझील के आगे बढक़र नयागंज तक चलने लगेगी। मेट्रो ने अपनी तमाम तैयारियों को पूरा कर लिया है और जो चीजों बची हैं, उन्हें अंतिम रूप दिया जा रहा है। फरवरी के अंत में चुन्नीगंज, नवीन मार्केट, बड़ा चौराहा होते हुए नयागंज तक मेट्रो ट्रेन चलाने का ट्रायल शुरू कर दिया जाएगा। रेलवे के मुख्य सुरक्षा आयुक्त की हरी झंडी के बाद मार्च के अंत में इस हिस्से में ट्रेन को चला दिया जाएगा। वहीं इसके दो माह बाद मई के अंत तक सेंट्रल स्टेशन तक मेट्रो ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा। पूरे रूट पर संचालन नवंबर 2024 से शुरू हो जाएगा।

28 दिसंबर 2021 में मेट्रो के प्राथमिक कारिडोर में आइआइटी से मोतीझील के बीच मेट्रो ट्रेन का संचालन शुरू हुआ था। इसके साथ ही शहर में मेट्रो ट्रेन चलना शुरू गई थीं। इसके करीब दो वर्ष बीत चुके हैं। अब मेट्रो जल्द नयागंज स्टेशन तक ट्रेनों को चलाने जा रहा है। नयागंज तक का ज्यादातर काम पूरा हो चुका है। प्लेटफार्म को तैयार किया जा रहा है, ट्रैक बिछाए जा रहे हैं और सिग्नल का काम हो रहा है। सेंट्रल स्टेशन की जमीन देर से मिलने की वजह से वहां से नयागंज की खोदाई का काम अभी बहुत ही शुरुआती दौर में है। इसलिए वहां तक ट्रेन दो माह देर से चलेगी।

क्रासओवर की समस्या

मेट्रो के प्लान में आइआइटी, गीतानगर, मोतीझील के बाद बारादेवी और नौबस्ता में क्रासओवर बनाए जाने हैं। इन क्रासओवर से ट्रेन दूसरे ट्रैक पर भेजी जा सकती है जैसा अभी मोतीझील और आइआइटी स्टेशन पर होता है। मोतीझील के बाद पूरे भूमिगत रूट पर कहीं भी क्रासओवर नहीं बनाया गया है क्योंकि उसके लिए टीबीएम से हटकर अलग से खोदाई करनी पड़ती। इस समस्या की वजह से मोतीझील के आगे ट्रेन अप या डाउन लाइन के हिसाब से आए और जाएंगी नहीं। जो ट्रेन जिस ट्रैक से नयागंज तक जाएगी, उसी ट्रैक से मोतीझील तक वापस आएगी। यह स्थिति तब तक रहेगी जब तक ट्रेनों को बारादेवी स्थित क्रास ओवर तक जाने की सुविधा नहीं मिल जाएगी।