कानपुर(ब्यूरो)। गंगा में नहाने के दौरान लापरवाही के कारण डूबने से हो रही मौतों के बाद भी लोग सबक नहीं ले रहे हैं। बीते कुछ दिनों में भी लगभग एक दर्जन परिवारों की खुशियां गंगा में डूब चुकी हैं। बीते तीन दिन में ही 6 मौत हो चुकी हैं। संडे को अलग-अलग दो घाटों पर फिर दो युवकों की मौत हो गई। हादसे की जानकारी मिलने पर परिजन रोते बिलखते घाट पर पहुंचे।

गहरे पानी में चला गया
शंकरपुर निवासी 26 साल का प्रकाश शर्मा अपने परिजनों के साथ गंगा नहाने बैराज गया था। जहां नहाने के दौरान गहरे पानी में डूब गया। परिजन उसे किसी तरह निकालकर सन्नी गांव स्थित अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने गंगाघाट कोतवाली पुलिस को घटना की जानकारी दी। हाजीपुर चौकी इंचार्ज रामबली ङ्क्षसह ने बताया मामले की जांच की जा रही है। तीन साल पहले प्रकाश की शादी हुई थी।

गोताखोरों ने निकाला बाहर
दूसरा हादसा जाजमऊ के चंदनघाट पर दोपहर लगभग 12 बजे हुआ। जहां श्यामनगर निवासी 18 साल का ऋषि ङ्क्षसह अपने दोस्त आकाश के साथ गंगा नहाने आया था। चंदन घाट पर गंगा नहाने के दौरान गहरे पानी में डूब गया। दोस्त के शोर मचाने पर गोताखोरों ने शव को नदी के बाहर निकाल लिया। जाजमऊ पुलिस का कहना है कि परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया है।

घाटों पर कोई अलर्ट नहीं
गंगा में नहाने के दौरान ही पिछले तीन दिनों में दो सगे भाइयों सहित 6 की मौत हो चुकी है। पुराने गंगा पुल के पास डूबने से बीते शुक्रवार को श्यामनगर कानपुर के नेहुरा गांव निवासी चार किशोरों की मौत हो गई थी जिसमें दो सगे भाई थे। लगातार हादसों के बाद भी बच्चे गंगा में अठखेलियां करने से बाज नहीं आ रहे हैं। शनिवार को भी गंगा नदी के तटों पर कम उम्र के बच्चे बच्चे गंगा नदी में सारा दिन अठखेलियां करते रहे। उन्हें कोई रोकने वाला नहीं है। हैरानी की बात तो ये है कि चार किशोरों की मौत के बाद स्थानीय पुलिस भी अलर्ट नहीं हुई।