- एक परीक्षक को सिर्फ 10 कॉलेजों की जिम्मेदारी ही मिलेगी

- प्रैक्टिकल में फर्जीवाड़ा करने वाले कॉलेजों पर गाज गिरना तय

KANPUR: प्रैक्टिकल एग्जाम में बोगस फोटो भेजकर फर्जीवाड़ा करने वाले महाविद्यालयों के खिलाफ यूनिवर्सिटी प्रशासन ने एक्शन लेने की तैयारी कर ली है। इन सभी कॉलेजों को नोटिस भेज दी गई हैं। जिसका जवाब एक सप्ताह में मांगा गया है। आने वाले टाइम में प्रैक्टिकल एग्जाम की कमान सब्जेक्ट कनविनर के हवाले किए जाने की तैयारी की जा रही है। फर्जीवाड़े के मामले को एग्जामिनेशन कमेटी के हवाले कर दिया जाएगा। जिसमें कि कॉलेजों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की सिफारिश की जा सकती है।

135 कॉलेजों ने किया फर्जीवाड़ा

छत्रपति साहू जी महाराज यूनिवर्सिटी प्रशासन ने सभी एग्जाम के एग्जामिनर और स्टूडेंट्स की फोटो कराकर विवि प्रशासन को भेजने के निर्देश दिए थे। इस बार करीब 135 कॉलेजों ने एग्जामिनर व स्टूडेंट्स की फोटो में फर्जीवाड़ा कर दिया। यूनिवर्सिटी सूत्रों के अनुसार एक परीक्षक को 21 कॉलेज में प्रैक्टिकल एग्जाम के लिए भेजा गया। जबकि इस परीक्षक ने करीब 50 कॉलेज में प्रैक्टिकल एग्जाम कंडक्ट करा दिया। इस मामले की जानकारी वाइस चांसलर को दे दी गई है।

प्रैक्टिकल एग्जाम में परीक्षक को भेजने की जिम्मेदारी सब्जेक्ट कनविनर को देने की तैयारी कर ली गई है। आने वाले टाइम में कनविनर ही परीक्षक डिसाइड करेंगे। अहम बात ये होगी कि एक परीक्षक के हवाले दस से ज्यादा महाविद्यालय नहीं किए जाएंगे। विवि प्रशासन अब इस पर पैनी नजर रखने की योजना बना रहा है। आने वाले टाइम में प्रैक्टिकल एग्जाम की वीडियो ग्राफी भी कराई जा सकती है। कॉलेजों और परीक्षकों को मनमानी करने की इजाजत नहीं दी जाएगी।

'आरोपी सभी कॉलेजों को नोटिस जारी कर दी गई हैं। कुछ कॉलेजों के जवाब मिलने लगे हैं। आने वाले टाइम में इस मैटर को परीक्षा समिति में रखा जाएगा। कमेटी जो डिसीजन लेगी, कॉलेजों के खिलाफ उसी के अनुसार एक्शन लिया जाएगा। अब परीक्षक के लिए सब्जेक्ट कनविनर को जिम्मेदारी दी जा सकती है। एक परीक्षक को 10 से ज्यादा कॉलेज न देने पर विचार विमर्श चल रहा है.'

- राजबहादुर यादव, परीक्षा नियंत्रक सीएसजेएमयू