>-नौबस्ता स्थित मंडी समिति में बने कार्यालय से पोलिंग सेंटर्स के लिए रवाना हुई पोलिंग पार्टियां

-सैटरडे को दिनभर मतदानकर्मी ईवीएम और दूसरे जरूरी कागजात को पाने के लिए करते रहे जद्दोजहद

KANPUR: अगर आपकी उम्र 18 वर्ष से ऊपर है तो फिर आज मतदान के लिए तैयार हो जाइए। देर मत करिए सुबह 7 बजे से पोलिंग शुरू होगी। सैटरडे को रात में ही पोलिंग पार्टियों ने पोलिंग सेन्टर्स पर पहुंच कर मतदान कराने की कमान संभाल ली है। बस आपको हाथ में स्याही लगवानी है और ईवीएम का बटन दबा कर लोकतंत्र के इस वोट-उत्सव में अपनी भागीदारी करनी है। पिछली बार केवल 54 फीसदी वोट ही पड़े था। इस बार जैसी तैयारी हुई है उससे लग रहा है कि कानपुराइट्स ईवीएम दबाने यानी वोट देने में पूरे प्रदेश में नम्बर वन आने की तैयारी कर चुका है।

ईवीएम, स्टेशनरी लेकर चले

तीसरे राउन्ड की वोटिंग संडे सुबह से शुरू हो जाएगी। सैटरडे को पोलिंग पार्टियों को मण्डी समिति नौबस्ता से रवाना किया गया। पोलिंग पार्टियों को ईवीएम के साथ स्टेशनरी व चुनाव स्याही भी दी गई। मंडी स्थल पर शहर की सभी 10 विधानसभा सीटों के अलग-अलग कैम्प लगाए गए। इन पर बारी से सभी मतदान केन्द्रों के लिए पोलिंग पार्टियों के मेम्बर्स की तस्दीक करने के बाद उन्हें सुरक्षा बलों के साथ भेज दिया गया। हर तरफ मतदान कर्मी ईवीएम और जरूरी कागजात लिए पोलिंग सेंटर्स की ओर रवाना हो रहे थे।

हर कोई दिखा परेशान

शिक्षक साधना त्रिपाठी, रचना कुमारी, प्रमिला सिंह, काजल मिश्र, साधना सिंह, विमलेश गुप्ता, प्रियंका निगम की ड्यूटी भी पोलिंग सेंटर्स पर लगी है। ये शिक्षिकाएं 10 बजे ही नौबस्ता मंडी समिति ईवीएम और मतदान से संबंधित जरूरी कागजात लेने पहुंचीं। क्योंकि अलग-अलग विधानसभा का कैंप अलग बना था। ऐसे में हर मतदानकर्मी को जल्दी थी, अपना 'सरकारी सामान' पाने की। कोई मोबाइल पर अपने संबंधित अधिकारी से बात कर रहा था तो कोई पेड़ की छांव में कागजात गिनने में बिजी था। सबको टाइम पर पोलिंग सेंटर जो पहुंचना था।

कुछ भूल गए तो फिर भागे

यूपी गवर्नमेंट के कर्मचारी राजकिशोर द्विवेदी, विशाल पाल, धीरज श्रीवास्तव भी पोलिंग सेंटर्स की ओर रवाना हो रहे थे। जब ये लोग बस में बैठ गए तो मालूम चला कि कुछ कागजात रहे गए हैं। ये कर्मचारी फिर अपने विधानसभा के कैंप की ओर लौटे। वहां से कागजात लेकर वापस हांफते हुए आए और बस में बैठ गए। हर मतदानकर्मी को जल्दी थी कि वो अपना सामान लेकर गाड़ी में बैठे जिससे की समय पर पोलिंग स्टेशन पहुंच सके। मो। इरफान, राकेश साहू, विनोद की पहली बार चुनाव ड्यूटी लगी थी तो उनके चेहरे पर साफ उत्साह दिख रहा था।

एक कंधे पर बेडिंग, दूसरे में बैग

चुनाव ड्यूटी में तैनात सुरक्षाकर्मियों का भी कुछ ऐसा ही हाल दिखा। वो भी एक कंधे पर बेडिंग और दूसरे कंधे में बैग और बंदूक लेकर पोलिंग सेंटर की ओर रवाना होते दिखे। चेहरे पर साफ दिख रहा था कि हर किसी को पोलिंग सेंटर पर पहुंचने की जल्दी थी। कई कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स चुनाव के लिए तैनात की गई है। मणिपुर से आए विलाई लांबा, सुचई, विक्रम ने बताया कि सीआरपीएफ की उनकी पूरी बटालियन की ड्यूटी कानपुर नगर के पोलिंग बूथों पर लगी है।