कानपुर (ब्यूरो)। सर्दी के दिनों में कार्डियोलॉजी में हार्ट के पेशेंट की संख्या में वृद्धि दिख रही है। इसमें अधिक उम्र के साथ युवा भी बड़ी संख्या में ओपीडी में पहुंचकर ट्रीटमेंट करा रहे हैं। ओपीडी में प्रतिदिन 50 से 60 युवा वर्ग के पेशेंट एक्सपर्ट के पास पहुंच रहे हैं। इसमें गंभीर लक्षण वाले सबसे ज्यादा मामले युवाओं में तनाव के कारण हार्मोंस के असंतुलन की वजह से सामने आ रहे हैं। युवाओं में बढ़ रहे ज्यादातर मामलों में नींद में कमी और तनाव से हार्मोंस की स्थिति में बिगडऩे का लक्षण दिख रहा है।

300 पेशेंट डेली पहुंच रहे

कार्डियोलॉजी में डेली 300 से ज्यादा पेशेंट ओपीडी में एक्सपर्ट को दिखाने पहुंच रहे हैं। इसमें एजाइना और सीने में दर्द के पेशेंट की संख्या सर्वाधिक है। युवाओं में काम के साथ अनियंत्रित जीवनशैली के कारण स्ट्रेस हार्मोन बढऩे से दिल की नसों में सिकुडऩ की समस्या आ रही है। जो ब्लाकेज का कारण बन रही है। ऐसे पेशेंट को भर्ती कर उनका ट्रीटमेंट किया जा रहा है। इंस्टीट्यूट में सर्दियों में पेशेंट का लोड बढ़ जाता है।

हाई रिस्क इमरजेंसी

ऐसे में जल्द ही 40 हाई रिस्क वाले बेड इमरजेंसी में लगाने की तैयारी है। जिससे अधिक संख्या में आने वाले पेशेंट का भी ट्रीटमेंट प्राथमिकता पर किया जा सके। इसी प्रकार हैलट की इमरजेंसी में जोनवार सुविधा की शुरुआत कर पेशेंट को स्वास्थ्य लाभ देने की तैयारी है। प्रिंसिपल प्रो। संजय काला ने बताया कि जल्द इमरजेंसी में हार्ट और स्ट्रोक के पेशेंट को बेहतर ट्रीटमेंट के लिए एक्सपर्ट की टीम को तैनात किया जाएगा।