लखनऊ (ब्यूरो)। अयोध्या में श्रीराम प्रतिमा प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देश-दुनिया से लोग आयेंगे। ऐसे में किसी भी प्रकार की इमरजेंसी से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है। जिसके तहत राजधानी के सभी अस्पतालों को अलर्ट जारी कर दिया गया है। साथ ही अयोध्या को जोड़ने वाले मार्गों पर अस्थायी अस्पताल बनाने के साथ एंबुलेंस की सुविधा भी होगी, ताकि मरीजों को एक से दूसरे अस्पताल ले जाने में अड़चन न आए।

10 अस्थायी अस्पताल बनेंगे

सीएमओ कार्यालय में बुधवार को निजी अस्पताल व मेडिकल कॉलेजों के साथ स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने बैठक हुई। डिप्टी सीएमओ डॉ। एपी सिंह ने बताया कि 10 अस्थायी अस्पताल बनाए जाएंगे। टेंट में बनने वाले इन अस्पताल में प्राथमिक इलाज मुहैया कराने के लिए सभी सुविधाएं होंगी। अयोध्या को जोड़ने वाले हाईवे पर यह अस्पताल बनाए जाएंगे। इन अस्थायी अस्पतालों के लिए एंबुलेंस भी खड़ी की जाएगी, ताकि अनहोनी की दशा में मरीजों को प्राथमिक इलाज मुहैया कराने के बाद शिफ्ट किया जा सके। साथ ही जरूरी दवाओं की समुचित स्टॉक के साथ ईसीजी, शुगर, बीपी समेत दूसरी जांचें हो सकेंगी।

निजी अस्पताल देंगे सहयोग

डॉ। एपी सिंह का कहना है कि लखनऊ के सभी प्रमुख प्राइवेट अस्पताल जिसमें अपोलो, मेदांता, मायरस हॉस्पिटल एंड क्रिटिकल केयर, प्रसाद मेडिकल कॉलेज, एरा, टीएसएम से सहयोग देंगे। इसके अलावा पीजीआई, लोहिया, केजीएमयू्र, बलरामपुर, सिविल, लोकबंधु समेत दूसरे अस्पतालों में बेड आरक्षित करने के लिए कहा गया है। हाईवे के निकट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि किसी भी इमरजेंसी में तत्काल मेडिकल उपलब्ध कराई जा सके। सभी अधिकारियों को इसके लिए स्पष्ट निर्देश जारी कर दिए गये है।