लखनऊ (ब्यूरो)। बिना फिटनेस राजधानी की सड़कों पर चल रहे 10 हजार से अधिक ई-रिक्शा बंद किए जाएंगे। खटारा हो चुके इन ई-रिक्शों की वजह से कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। इन खटारा हो चुके ई-रिक्शों की रिपोर्ट आरटीओ ने जिलाधिकारी कार्यालय को दे दी है। आरटीओ कार्यालय के अधिकारियों के अनुसार, इन ई-रिक्शों को हटाए जाने की तैयारी पूरी कर ली गई है। बस इन्हें बंद किए जाने के लिए जगह मिलने तक का इंतजार किया जा रहा है। अगले दो दिनों में यह रास्ता भी साफ हो जाएगा। शहर के विभिन्न इलाकों में ई-रिक्शा के कारण जाम लग रहा है। इनके संचालकों से कई बार मुख्य मार्ग से हटने के साथ ही पीली पट्टी में अपने वाहन खड़े करने को कहा गया। ई-रिक्शा चालक तय स्थान पर अपने वाहने नहीं खड़े कर रहे हैं। ऐसे में, अब इन्हें पकड़ कर बंद करना जरूरी हो गया है। सबसे पहले मेट्रो रूट से ई-रिक्शा हटाये जाएंगे। अमौसी मेट्रो स्टेशन से मुंशी पुलिया तक दौड़ रहे ई-रिक्शा के खिलाफ अभियान चलेगा। इस दौरान अनफिट मिलने वाले ई-रिक्शा जब्त किए जाएंगे।

20 मई के बाद शुरू होगा धरपकड़ अभियान

आरटीओ प्रवर्तन संदीप कुमार पंकज के अनुसार, शहर के मुख्य मार्गों पर दौड़ रहे 10 हजार से अधिक ई-रिक्शा बिना फिटनेस ही चल रहे हैं। 20 मई से ऐसे ई-रिक्शों की जांच कर उन्हें बंद किया जाएगा। ई-रिक्शा को बंद करने के लिए जिलाधिकारी को पत्र भेजकर नगर निगम से खाली जमीन मांगी गई है।

ई-रिक्शा चालकों के इन प्रपत्रों की होगी जांच

- रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र

- फिटनेस प्रमाण पत्र

- बीमा प्रमाण पत्र

- एलएमवी ड्राइविंग लाइसेंस