लखनऊ (ब्यूरो)। लोहिया संस्थान में मेडिकल स्टूडेंट के उत्पात की घटनाओं पर कोई रोक नहीं लग पा रही है। ताजा मामला स्टूडेंट्स द्वारा छात्रावास मेस में हंगामा और मारपीट करने का सामने आया है। मामले को लेकर संस्थान प्रशासन द्वारा अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए 12 स्टूडेंट्स को एक माह के लिए सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं, मंगलवार को मेस खोलने की मांग पर प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट्स से दोबारा हंगामा न करने की बात लिखित में देने को कहा गया है, जिसके बाद ही मेस को दोबारा चालू किया जायेगा।

12 छात्र किए गए सस्पेंड

राजधानी के लोहिया संस्थान में एमबीबीएस की भी पढ़ाई होती है। यहां अक्सर छात्रों द्वारा मारपीट और हंगामे की खबर सामने आती रहती है। करीब एक हफ्ता पहले एमबीबीएस के स्टूडेंट्स द्वारा मेस में जमकर हंगामा काटते हुए मारपीट की थी। मामले की सूचना संस्थान प्रशासन को मिली, जिसके बाद अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए करीब 12 मेडिकोज को एक माह के लिए सस्पेंड कर दिया गया। जिसके बाद से संस्थान प्रशासन द्वारा मेस संचालन बंद कर दिया गया था। उनसे लिखित में दोबारा ऐसा न करने को कहा गया था, पर मेडिकोज तैयार नहीं हो रहे हैं। वहीं, मंगलवार को मेस खोलने की मांग को लेकर उन्होंने प्रशासनिक भवन के बाहर प्रदर्शन किया।

लिखित में मांगा गया

सीएमएस डॉ। राजन भटनागर के मुताबिक, बच्चों ने मेस में मारपीट करी थी, इसलिए मेस बंद हुई थी। मारपीट करने वाले छात्रों को सजा दी गई है। उनको एक माह के लिए सस्पेंड किया गया है। संस्थान में अनुशासनहीनता किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जायेगी। वहीं, प्रदर्शन कर रहे छात्रों से लिखित में मांगा गया कि वे आगे गाली-गलौज और मारपीट नहीं करेंगे। इसके लिए छात्र राजी हो गये हैं।

छात्रों से ऐसा दोबारा न करने का लिखित में देने को कहा गया, जिसपर छात्र राजी हो गये। संस्थान में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जायेगी।

-डॉ। राजन भटनागर, सीएमएस, लोहिया संस्थान