- दो नए उपकेंद्रों के खुलने का रास्ता साफ, पुराने उपकेंद्र का लोड होगा कम

- विनम्र और विशेष खंड में स्थापित किए जाएंगे दो उपकेंद्र

LUCKNOW : होली के आसपास गोमती नगर में रहने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलने जा रही है। यह राहत बिजली विभाग की ओर से जुड़ी हुई है। इस राहत के मिलने के बाद उपभोक्ताओं को न तो हैवी लोड लेने के लिए सबस्टेशन के चक्कर काटने पड़ेंगे न ही ट्रिपिंग और लो वोल्टेज की समस्या का सामना करना पड़ेगा।

यह है सुविधा

दरअसल में, विभाग की ओर से गोमती नगर के अंतर्गत विनम्र और विशेष खंड में दो सबस्टेशन स्थापित करने के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। पूरा प्रयास यही किया जा रहा है कि होली के आसपास दोनों सबस्टेशनों को स्थापित कर दिया जाए। जिससे उपभोक्ताओं को राहत मिल सके।

जमीन का अड़ंगा दूर

पिछले लंबे समय से दोनों सबस्टेशनों को स्थापित करने के लिए लंबे समय से कवायद की जा रही थी लेकिन जमीन न मिलने की वजह से सबस्टेशन स्थापित होने संबंधी मार्ग पर बाधा आ रही थी। अब कहीं जाकर जमीन संबंधी अड़चन दूर हो गई है, जिसके बाद ही विभाग की ओर से सबस्टेशनों को स्थापित करने की तैयारी शुरू कर दी गई है।

सभी उपकेंद्र पर ओवरलोड

गोमती नगर के सभी उपकेंद्र में क्षमता से अधिक लोड है। जिसकी चलते आए दिन ट्रिपिंग इत्यादि की समस्या सामने आती है। परिणामस्वरूप उपभोक्ताओं को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। गर्मी के मौसम में तो स्थिति और भी ज्यादा खराब हो जाती है।

बढ़ गई आबादी

गोमती नगर एरिया में लगातार आबादी का ग्राफ भी बढ़ता जा रहा है। इसके साथ ही कॉमर्शियल कनेक्शन लेने वालों की भी संख्या बढ़ी है। नए सबस्टेशन न होने की वजह से सभी को समय से कनेक्शन देना संभव नहीं हो पा रहा है। जब दो नए सबस्टेशन स्थापित हो जाएंगे तो पुराने सबस्टेशनों का लोड उक्त दोनों नए सबस्टेशनों में शिफ्ट कर दिया जाएगा। जिससे कनेक्शन के लिए उपभोक्ताओं को इंतजार नहीं करना पड़ेगा।

नंबर गेम

- 40 फीसदी उपभोक्ताओं के यहां 5 किलोवॉट लोड

- 2 फीसदी उपभोक्ताओं के यहां 20 किलोवॉट से अधिक लोड

- 1 नए सबस्टेशन से 10 हजार उपभोक्ताओं को राहत

- 20 हजार से अधिक कुल उपभोक्ताओं को मिलेगा लाभ

वर्जन

दो नए सबस्टेशन बन जाने के बाद उपभोक्ताओं को खासी राहत मिलेगी। तीन से चार माह के अंदर दोनों सबस्टेशनों को स्थापित करने का प्रयास किया जाएगा।

- प्रदीप कक्कड़, मुख्य अभियंता, ट्रांसगोमती