- प्रमुख चिकित्सा संस्थानों के कर्मचारियों के संक्रमित मिलने से जांच और इलाज बाधित

LUCKNOW:

कोरोना वायरस ने केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष गिरिराज रस्तोगी समेत 21 लोगों की जान ले ली। वहीं, बीते 24 घंटे में 3,892 लोग संक्रमित मिले हैं। सोमवार को डा। श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल के 10 से 15 डॉक्टर और स्टाफ और संक्रमित हो गए। अब तक यहां के लगभग आधे कर्मचारी और डॉक्टर संक्रमित हो चुके हैं। वहीं, केजीएमयू, एसजीपीजीआई, लोहिया संस्थान और बलरामपुर अस्पताल के डॉक्टरों समेत लैब कर्मचारी भी बड़ी संख्या में संक्रमित हुए हैं। इससे कोरोना जांच पर भी विराम लग गया है। साथ ही जिन मरीजों ने पहले अपनी जांच करा ली थी, उनकी रिपोर्ट आने में पांच से छह दिनों की देरी हो रही है।

रिपोर्ट में हो रही देरी

लखनऊ निवासी विकेशमणि त्रिपाठी ने बताया कि सात अप्रैल को उन्होंने एसजीपीजीआई में अपना नमूना कोरोना जांच के लिए दिया था, लेकिन पांच-छह दिन बाद भी रिपोर्ट नहीं आई है। उनके साथ दो-तीन अन्य लोगों ने भी अपनी जांच कराई थी, लेकिन किसी की भी रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है। वहीं, इस मामले में एसजीपीजीआइ की माइक्रोबायोलॉजी विभाग की अध्यक्ष डा। उज्ज्वला घोषाल का कहना है कि लैब के काफी कर्मचारी संक्रमित हो गए हैं। इसके चलते बीच में लैब बंद भी करनी पड़ी थी। कर्मचारियों की कमी के बावजूद ज्यादा से ज्यादा जांच करने की कोशिश की जा रही है। इसी तरह सिविल में जांच करने कराने वाले जियामऊ निवासी विवेक कुमार का कहना है कि चार दिनों से उनकी रिपोर्ट नहीं आ सकी है।

23 हजार से ज्यादा हुए एक्टिव केस

लखनऊ में लगातार संक्रमण बढ़ने के चलते सक्रिय मरीजों की संख्या 23,090 हो चुकी है। वहीं, सोमवार को 958 लोगों को डिस्चार्ज किया गया। अब तक कुल मौतों का आंकड़ा 1353 तक पहुंच गया है।

रस्तोगी के निधन पर दवा बाजार तीन दिन बंद

तीस-चालीस वर्षो से लखनऊ केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष रहे गिरिराज रस्तोगी के निधन पर दवा बाजार एक दिन का शोक मनाएगा व अगले दो दिनों तक सैनिटाइजेशन के चलते तीन दिनों तक बंद रहेगा। केमिस्ट एसोसिएशन के प्रवक्ता विकास रस्तोगी ने बताया कि उनके अध्यक्ष करीब 15 दिन पहले बीमार हुए थे। उसके बाद एक निजी अस्पताल में भर्ती हुए थे। तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें एसजीपीजीआइ में जब भर्ती कराया गया था, तब वहां पर वह वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे। सोमवार को उनका निधन हो गया। वह करीब 72 वर्ष के थे। परिवार में उनकी पत्नी, चार बेटियां, नाती हैं। उन्होंने बताया कि केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष के तौर पर उन्होंने दवा व्यापारियों के हित में कई लड़ाई लड़ी।