लखनऊ (ब्यूरो)। बिजली मित्र पोर्टल की सहायता से अब तक लगभग 2800 बिजली चोरी के मामले पकड़े गए हैं। बिजली चोरी करने वालों पर एफआईआर के साथ ही राजस्व निर्धारण भी किया गया है। इनमें अनेक प्रकरण बड़ी चोरियों के भी है। उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन ने 1 मई 2023 को बिजली मित्र लिंक की शुरुआत की थी, जिसका बेहतर रिस्पांस सामने आ रहा है।

51 किलोवॉट की चोरी पकड़ी गई

लखनऊ में एक गेस्ट हाउस में 51 किलोवाट की चोरी पकड़ी गई। इसी तरह अलीगंज में 26 किलोवाट की चोरी पकड़ी गई। फर्रुखाबाद में 23 किलोवाट, एटा में 17 किलोवाट तथा रामपुर में 15 किलोवाट की बड़ी चोरी बिजली मित्र के माध्यम से पकड़ी जा चुकी है। उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष एम देवराज ने बताया की शिकायतों पर प्रभावी कार्यवाही हो रही है एवं बिजली चोरी रोकने में सहायता मिल रही है। अध्यक्ष ने जनता से अपील की है कि बिजली चोरी रोक कर प्रदेश की विद्युत व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कारपोरेधन के इस प्रयास में सहयोग करें साथ ही भेजी गई सूचना में चोरी किए जा रहे परिसर का सही पता लिखें।

बिना पहचान बताए कर सकते हैं शिकायत

अध्यक्ष एम देवराज ने बताया कि अभी तक यूपी पावर कारपोरेशन की वेबसाइट में उपलब्ध लिंक एवं चैट बोट पर विद्युत चोरी से संबंधी शिकायतें की जा सकती थी, लेकिन इसमें शिकायतकर्ता का नाम, मोबाइल नंबर, डिस्काम का नाम तथा सबस्टेशन की जानकारी ली जाती थी। इसके कारण लोग शिकायत करने में असहज महसूस करते थे। शिकायतकर्ता की इन असुविधाओं को दूर करने एवं उसकी गोपनीयता बनाए रखते हुए बिजली चोरी का पता लगाने हेतु यह पोर्टल बनाया गया है। शिकायत दर्ज कराने के लिए शिकायतकर्ता को अपना नाम, मोबाइल नंबर, अकाउंट नंबर एवं पता बताने की जरूरत नहीं है।