लखनऊ (ब्यूरो)। संजय गांधी पीजीआई में जल्द ही संक्रामक रोगों के इलाज के लिए अलग से विभाग खुलेगा। इसके लिए संस्थान में संक्रामक रोग विभाग की स्थापना की जायेगी। जहां पर कोरोना, बर्ड फ्लू, ईबोला जैसे खतरनाक संक्रामक रोगों का इलाज किया जा सकेगा। इस विभाग में 41 बेडों की सुविधा होगी। जल्द ही यहां डॉक्टर्स और रेजिडेंट्स की भर्तियां की जाएंगी। निदेशक के अनुसार साल के अंत तक इस विभाग की शुरुआत हो जाएगी।

41 बेड का होगा विभाग

पीजीआई में लंबे समय से संक्रामक रोग विभाग बनाने की कवायद चल रही थी। इसके अलावा केजीएमयू में भी अलग से संक्रामक रोग अस्पताल बनाने की कवायद शुरू की गई थी। पर मामला आगे नहीं बढ़ पा रहा है। कोरोना के बाद अलग से संक्रामक रोग विभाग खोलने की मांग हुई थी, जिसको लेकर पीजीआई ने प्रपोजल तैयार किया था। उसी के तहत पुरानी इमरजेंसी खाली होने के बाद यहां पर संक्रामक रोग विभाग तैयार किया गया है। इसमें 30 बेड हैं। साथ ही 11 बेड का आईसीयू वार्ड भी है। इसे भी इसमें शामिल किया गया है। जिसके बाद विभाग में कुल 41 बेडों की संख्या हो गई है। हालांकि, जरूरत पड़ने पर इसे बढ़ाया जा सकता है। सभी आईसीयू एक्टिव मोड पर हैं।

जल्द होगी भर्ती

निदेशक प्रो। आरके धीमन ने बताया कि संस्थान द्वारा संक्रामक रोग विभाग पूरी तरह से तैयार कर लिया गया है। यह एक सुपर स्पेशियलिटी विंग होगा। जिसमें कोरोना, बर्ड फ्लू, ईबोला, स्वाईन फ्लू जैसे घातक संक्रामक रोगों का इलाज किया जायेगा। इसे चलाने के लिए प्रपोजल शासन में भेजा गया है, जिसकी अनुमति अगले दो-तीन माह में मिल जाएगी। जिसके बाद तुरंत भर्ती का विज्ञापन निकाला जाएगा। इस विभाग को चलाने के लिए 5 कंसल्टेंट डॉक्टर और करीब 12-15 रेजिडेंट डॉक्टर की भर्ती भी की जाएगी। जिसके लिए एमडी के बाद संक्रामक रोग में तीन साल से अधिक वाले डॉक्टर्स को तरजीह दी जायेगी। वहीं, नर्स और स्टाफ हमारे पास पहले से ही पर्याप्त हैं। ऐसे में विभाग को शुरू करने में कोई दिक्कत नहीं आएगी। इसके अलावा आगे चलकर डीएम कोर्स के तहत इंफेक्शियस डिजीज कोर्स शुरू किया जायेगा, ताकि यहां से एक्सपर्ट तैयार किए जा सकें। उम्मीद है कि साल के अंत तक विभाग शुरू हो जाएगा।

संक्रामक रोग विभाग में 41 बेड की सुविधा है। शासन से मंजूरी मिलते ही इसे शुरू कर दिया जाएगा। यहां मरीजों को बेहतर इलाज मिल सकेगा।

-प्रो। आरके धीमन, निदेशक, संजय गांधी पीजीआई