लखनऊ (ब्यूरो)। अवैध निर्माण करने वाले बेखौफ होकर एलडीए से बिना नक्शा पास कराए धड़ल्ले से निर्माण में जुटे हैं। पर अब एलडीए की ओर से उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए अलग-अलग इलाकों में कुल पांच अवैध निर्माण सील किए गए हैैं।

दो तलों पर कराया निर्माण

प्रवर्तन जोन-3 के जोनल अधिकारी कमलजीत सिंह ने बताया कि सुरेन्द्र सिंह व अन्य द्वारा आर्यन होटल, मोहान रोड, पारा में प्राधिकरण से बगैर नक्शा स्वीकृत कराये लगभग 2500 वर्गफिट क्षेत्रफल के भूखंड पर भूतल, प्रथम तल व द्वितीय तल का निर्माण कराया गया। इस अवैध निर्माण के खिलाफ विहित न्यायालय में वाद संख्या 179/2022 योजित किया गया था। इसके साथ ही जोन-3 के अंतर्गत ही सुधीर त्रिपाठी एवं अंजनी त्रिपाठी व अन्य द्वारा मोतीझील कालोनी के बगल में मोहान रोड पारा में प्राधिकरण से बगैर नक्शा स्वीकृत कराये लगभग 3200 वर्गफिट क्षेत्रफल के भूखंड पर बेसमेंट एवं भूतल का निर्माण कराया गया। इसके विरुद्ध विहित न्यायालय में वाद संख्या 178/2022 योजित किया गया था। उपरोक्त दोनों वाद में पक्षों द्वारा निर्माण के संबंध में कोई स्वीकृत मानचित्र प्रस्तुत नहीं किया गया, जिसके कारण दोनों निर्माण सील किए गए।

बेसमेंट व भूतल की छत डाली

एनुद्दीन अहमद द्वारा बाजारखाला के भदेवा में टेलीफोन एक्सचेंज के पीछे लगभग 1600 वर्गफिट क्षेत्रफल के भूखंड पर प्राधिकरण से बगैर नक्शा स्वीकृत कराये सेटबैक आच्छादित करते हुए बेसमेंट व भूतल की छत डालकर प्रथम तल पर निर्माण किया जा रहा था। इसके विरुद्ध वाद संख्या 311/2021 योजित किया गया था। वाद में पक्ष द्वारा निर्माण के संबंध में कोई स्वीकृत मानचित्र प्रस्तुत न किये जाने पर अवैध रूप से किये गये निर्माण को सील किया गया।

गोमतीनगर में भी हुई कार्रवाई

संदीप अग्रवाल एवं संगीता अग्रवाल व अन्य द्वारा भूखंड संख्या बी.2/5, विनयखंड, गोमतीनगर में लगभग 300 वर्गमीटर क्षेत्रफल में प्राधिकरण से स्वीकृत मानचित्र के विपरीत सेटबैक को कवर्ड करते हुए निर्माण किया जा रहा था। इसके विरुद्ध विहित न्यायालय में वाद संख्या 06/2022 योजित किया गया था। वहीं हर्ष रस्तोगी द्वारा भूखंड संख्या बी.1/123, विवेकखंड, गोमतीनगर में लगभग 3200 वर्गफिट क्षेत्रफल में प्राधिकरण से स्वीकृत मानचित्र से अधिक विचलन करके निर्माण किया जा रहा था। इसके विरूद्ध विहित न्यायालय में वाद संख्या 57/2022 योजित किया गया था। इसके बाद भी उपरोक्त दोनों पक्षों द्वारा निर्माण कार्य जारी रखा गया, जिस पर दोनों निर्माणों को सील किया गया।