- लखनऊ में पेट्रोल बम मैनेज करने वाले की हुई पहचान

- 19 अक्टूबर को घटना के बाद से हो गया था फरार

- सर्विलांस से मिली कई लोगों की घटनास्थल पर लोकेशन

LUCKNOW: राजधानी में 19 दिसंबर को परिवर्तन चौक, मदेयगंज, सतखंडा समेत शहर के तमाम इलाकों में उपद्रव करने वाले और सोशल मीडिया पर उसे हवा देने वाले पुलिस के राडार पर हैं। इनकी संख्या करीब 7 हजार है, जिन्हें चिन्हित कर उनकी कुंडली तैयार करने का काम लखनऊ पुलिस ने शुरू कर दिया है। उपद्रव के दौरान पेट्रोल बम तैयार करने वाले उपद्रवी की भी पुलिस ने पहचान कर ली है। हालांकि यह घटना के दिन ही शाम को शहर छोड़ कर फरार हो गये। मंगलवार को पुलिस ने तीन और उपद्रवियों को चिन्हित कर उन्हें गिरफ्तार किया हैं।

परिवर्तन चौक के 10 समेत 60 उपद्रवी चिन्हित

सीसीटीवी फुटेज और फोटो के जरिए पुलिस ने मंगलवार को उपद्रव में शामिल 70 और लोगों को चिन्हित कर लिया है। इसमें दस हजरतगंज इलाके के हैं जबकि अन्य हसनगंज, ठाकुरगंज समेत अन्य इलाकों में उपद्रव करने वाले हैं। उनकी पहचान कर उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम गठित भी कर दी गई है।

सर्विलांस के जरिए तलाशी जा रही लोकेशन

उपद्रव करने वालों की पहचान व साक्ष्य के लिए पुलिस की सर्विलांस टीम ने सभी घटनास्थल के मोबाइल टॉवर से डाटा कलेक्ट कर उसे फिल्टर किया जा रहा है। सर्विलांस की लोकेशन के आधार पर घटनास्थल पर उनकी मौजूदगी की जांच की जा रही है। यहीं नहीं उनके नंबरों की कॉल डिटेल भी खंगाली जा रही है कि उपद्रवों से पहले व बाद में किन किन लोगों से बात हुई। इसमें कई ऐसे नंबर मिले हैं जिनके तार सीधे पीएफआई नदीम व अशफाक से जुड़े हैं, जिसमें कई बड़े नाम भी सामने आए हैं।

कैफी आजमी सभागार में मीटिंग

शहर में उपद्रव की साजिश महानगर स्थित कैफी आजमी सभागार में रची गई थी। पुलिस पड़ताल में सामने आया है कि साजिशकर्ताओं ने बवाल के दो दिन पहले सभागार बुक कराके मीटिंग भी की थी। पुलिस अब उस मीटिंग की मीडिया फुटेज खंगाल रही है। ताकि यह सामने आ सके कि और कौन-कौन लोग बवाल में शामिल थे। सूत्रों के मुताबिक कुछ कश्मीरी युवकों को भी राडार पर लिया गया जोकि उपद्रव करने वालों के संपर्क में थे।

पुलिस ने शासन को सौंपा नुकसान का डाटा

पुलिस ने अब तक उपद्रवियों द्वारा सरकारी और निजी संपत्ति के नुकसान का डाटा शासन को सौंप दिया है। हजरतगंज पुलिस ने परिवर्तन चौक पर रोडवेज बस के साथ-साथ मीडिया कर्मियों की गाड़ी व प्राइवेट गाडि़यों को आग के हवाले करने की एफआईआर समेत उनकी संपत्ति के नुकसान की अनुमानित रिपोर्ट शासन को सौंपी है। अधिकारियों के अनुसार शासन उनके नुकसान की बरपाई करेगी। इस खर्च को दंगाइयों से वसूला जाएगा।