- लगातार 28 दिन तक संक्रमण का एक भी मामला न सामने आने पर इलाके को हॉटस्पॉट मुक्त घोषित करने की तैयारी, फिलहाल ऑरेंज जोन में

- 8 अप्रैल को घोषित किये गए थे हॉटस्पॉट, सदर के कसाईबाड़ा में नहीं मिलेगी कोई छूट, लागू रहेगा हॉटस्पॉट प्रोटोकॉल

LUCKNOW:

कोरोना संक्रमण को लेकर फैली दहशत के बीच एक अच्छी खबर है। राजधानी के आठ इलाकों को हॉटस्पॉट से मुक्त करने की तैयारी है। दरअसल, केंद्र सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक, जिस भी हॉटस्पॉट में 14 दिन तक संक्रमण का कोई नया मामला सामने नहीं आता तो उसे ऑरेंज जोन में शामिल कर लिया जाता है। अगले 14 दिनों में अगर इन इलाकों में एक भी केस सामने नहीं आता तो उसे संक्रमण मुक्त मान लिया जाता है। जिसके बाद वहां लागू बंदिशों में ढील दे दी जाती है। इसी क्रम में रविवार को दो इलाकों को हॉटस्पॉट से मुक्त कर दिया गया। जबकि, 8 इलाके ऑरेंज जोन में डाले गए हैं। जिन्हें 14 दिन की मियाद पूरी होने पर भी एक केस न सामने आने पर हॉटस्पॉट मुक्त कर दिया जाएगा। कौन से हैं वह इलाके हॉटस्पॉट से मुक्ति की ओर बढ़ रहे हैं, पेश है पंकज अवस्थी की विशेष रिपोर्ट-

पीर बक्का मस्जिद, तालकटोरा

05 अप्रैल को सील

कोरोना पेशेंट : 12

बीती पांच अप्रैल को पुलिस ने पीर बक्का मस्जिद से 12 जमातियों को निकालकर बलरामपुर हॉस्पिटल भेजा था। जहां जांच में एक जमाती कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। जिसके बाद मस्जिद समेत पूरे इलाके को जाने वाले सभी 12 रास्तों को सील कर दिया गया था। हालांकि, खुशकिस्मती की बात यह रही कि बीती 19 अप्रैल को 14 दिन पूरे होने के बाद भी इलाके में नया एक भी केस सामने नहीं आया। लिहाजा, इलाके को ऑरेंज जोन में शिफ्ट कर दिया गया था। ऑरेंज जोन में शिफ्ट होने के भी आठ दिन गुजर चुके हैं, लेकिन एक भी केस सामने नहीं आया।

आईआईएम पावर हाउस क्षेत्र

08 अप्रैल को सील

कोरोना पेशेंट : 04

बीती आठ अप्रैल को इलाके की मस्जिद में चार जमाती मिले थे। जांच में कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद इसके आसपास के आंशिक इलाके को सील करते हुए हॉटस्पॉट घोषित कर दिया गया था। इलाके के लोगों को तभी से जरूरत का सामान डोर स्टेप डिलीवरी के जरिए मुहैया कराया जा रहा था। हालांकि, 14 दिन सुरक्षित बीतने के बाद 22 अप्रैल को इलाके को ऑरेंज जोन में शामिल कर दिया गया है। 14 दिन की मियाद में नया केस न आने पर संक्रमण मुक्त घोषित कर दिया जाएगा।

विजय खंड आंशिक व उजरियांव

सात अप्रैल को सील

कोरोना पेशेंट : 12

गोमतीनगर के विजयखंड आंशिक व उजरियांव का इलाका अचानक सात अप्रैल को सुर्खियों में आ गया था। इलाके में 12 कोरोना पॉजिटिव केस मिले थे, जिनमें से छह मरीज बाहर के थे। सभी को इलाज के लिये हॉस्पिटल में एडमिट कराते हुए इलाके को हॉटस्पॉट घोषित करते हुए सील कर दिया गया था। हालांकि, 14 दिन बीतने के बाद भी इलाके में एक भी कोरोना पॉजिटिव केस सामने नहीं आया था। लिहाजा, बीती 21 अप्रैल को इसे ऑरेंज जोन में शिफ्ट कर दिया गया।

खजूर वाली मस्जिद, त्रिवेणी नगर

08 अप्रैल को सील

कोरोना पेशेंट : 04

त्रिवेणीनगर स्थित इस मस्जिद में ठहरे जमातियों का कोरोना टेस्ट किया गया था। इनमें से चार जमाती कोरोना पॉजिटिव पाये गए थे। जिसके बाद आठ अप्रैल को मस्जिद और आसपास के इलाके को हॉटस्पॉट घोषित करते हुए सील कर दिया गया था। नगर निगम व फायर विभाग की फायर टेंडर्स ने इलाके को सेनेटाइज किया था। बीती 22 अप्रैल तक एक भी कोरोना संक्रमित का नया केस न आने पर इसे भी ऑरेंज जोन में शामिल कर दिया गया।

मोहम्मदिया मस्जिद, मोअज्जमनगर

09 अप्रैल को सील

कोरोना पेशेंट : 01

सआदतगंज के मोअज्जमनगर स्थित मोहम्मदिया मस्जिद में कोरोना संक्रमित मरीज मिलने से हड़कंप मच गया था। घनी बस्ती वाले इस इलाके को प्रशासन ने तुरंत हॉटस्पॉट घोषित करते हुए इसे सील कर दिया था। इलाके के 200 से ज्यादा मकानों व मस्जिद को नगर निगम व फायर विभाग ने सेनेटाइज कराया था। बीती 22 अप्रैल को 14 दिन पूरे होने पर भी एक भी कोरोना संक्रमित का नया केस न आने पर इसे भी ऑरेंज जोन में शामिल कर दिया गया।

रजौली मस्जिद का क्षेत्र, गुडंबा

कैंट के आलीजान मस्जिद में पकड़े गए 12 जमाती गुडंबा स्थित रजौली मस्जिद में मिले 12 जमातियों के संपर्क में आए थे। आली जान मस्जिद में मिले जमातियों के कोरोना पॉजिटिव पाये जाने पर इन सभी जमातियों को भी क्वारंटाइन कर दिया गया था। साथ ही पांच अप्रैल को इलाके को हॉटस्पॉट घोषित करते हुए सील कर दिया गया था। नगर निगम व फायर विभाग की टीमों ने मस्जिद व इलाके के अन्य मकानों को सेनेटाइज किया था। 14 दिन का वक्त बीतने के बाद इलाके में नया केस सामने नहीं आया है।

नजरबाग मस्जिद, कैसरबाग

अप्रैल को सील

कोरोना पेशेंट : 02

कैसरबाग के फूलबाग स्थित रहमानिया मस्जिद में 17 जमातियों के मिलने से हड़कंप मच गया था। जांच में दो जमाती कोरोना पॉजिटिव पाये गए थे। पड़ताल में पता चला कि यह जमाती नजरबाग एरिया स्थित मस्जिद में भी गए थे। लिहाजा, फूलबाग के साथ ही नजरबाग का आंशिक एरिया हॉटस्पॉट घोषित करते हुए सील कर दिया गया था। इलाके को अब तक दो बार सेनेटाइज किया जा चुका है। 14 दिनों में इस इलाके में भी कोई नया केस सामने नहीं आया है।

मोहम्मदी मस्जिद, अस्तबल, चारबाग

07 अप्रैल को सील

कोरोना पेशेंट : 17

चारबाग स्थित मोहम्मदी मस्जिद में 13 जमाती मिलने पर उन्हें जांच के लिये हॉस्पिटल भेजा गया था। जांच रिपोर्ट में 12 जमाती कोरोना पॉजिटिव पाये गए। जिसके बाद 7 अप्रैल को मस्जिद व आसपास के इलाके को सील कर दिया गया था। एहतियातन इलाके को नगर निगम ने सेनेटाइज किया। हालांकि, खुशकिस्मती की बात यह रही कि इस इलाके में अन्य कोई कोरोना पॉजिटिव केस सामने नहीं आया। जिसके बाद यह इलाका भी ऑरेंज जोन में दाखिल हो गया।

दो इलाके हॉटस्पॉट से पूरी तरह मुक्त

राजधानी के दो इलाकों को हॉटस्पॉट से पूरी तरह मुक्त कर दिया गया है। सीएमओ डॉ। नरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि इंदिरानगर के मुंशी पुलिया मेट्रो स्टेशन में डॉ। इकबाल अहमद क्लीनिक के पास एक माह पहले छह कोरोना पॉजिटिव केस मिले थे। वहीं, खुर्रमनगर के अलीना इंक्लेव में छह केस सामने आए थे। इसके बाद 28 दिन में कोई भी नया केस सामने न आने पर इन दोनों ही इलाकों को हॉटस्पॉट मुक्त घोषित किया गया है।

फिलहाल दो इलाकों को हॉटस्पॉट मुक्त घोषित किया गया है। जिन इलाकों में 28 दिन बीतने के बाद नया केस सामने नहीं आएगा, उन्हें नियमानुसार हॉटस्पॉट मुक्त एरिया घोषित किया जाएगा।

- डॉ। नरेंद्र अग्रवाल, सीएमओ