लखनऊ( ब्यूरो)। बंथरा के गडरियन खेड़ा गांव निवासी जगजीवन रावत (45) सोमवार की रात खाना खाकर बरामदे में सो रहे थे। उनका 18 साल का बेटा शिवा अंदर कमरे में सोया था। मंगलवार सुबह बेटे ने जगजीवन को खून से लथपथ देख पुलिस को सूचना दी। पुलिस पहुंची तो जगजीवन के सिर पर बाई तरफ गहरी चोट मिली। पुलिस का कहना है कि हथौड़े से सिर पर जोर से वार किया गया है।

परिचितों से हो रही पूछताछ
पुलिस की अबतक की छानबीन में सामने आया कि जगजीवन कई साल से जमीन बेचकर खर्च चला रहे थे। उनकी हाईवे के आसपास की जमीन बेहद कीमती है। जमीनों के लिए तमाम प्रॉपर्टी डीलर उनके पास पहुंचते थे। पुलिस को शक है कि किसी जमीन के सौदे को लेकर ही वारदात को अंजाम दिया गया है। पुलिस मृतक के परिचितों से पूछताछ कर रही है।

नहीं की दूसरी शादी
जगजीवन के बड़े भाई रामविलास ने बताया कि पांच साल पहले जगजीवन की पत्नी वीरमती की ट्रेन से गिरकर मौत हो गयी थी। उस समय बेटा शिवा और रितेश छोटे थे। बेटों की परवरिश के लिए जगजीवन ने दूसरी शादी नहीं की। छोटा बेटा रितेश ननिहाल में रहता था और बड़ा बेटा शिवा पिता के साथ रह रहा था। बेटे ने बताया कि सोमवार शाम पास के गांव के विनोद व श्याम लाल आए थे। उनके साथ मिलकर पिता ने मीट बनाया था। दोनों खाना खाकर शाम करीब 7 बजे चले गए थे। पुलिस उन लोगों से भी पूछताछ कर रही है।