- आईआईएम लखनऊ में शुरू हुआ तीन दिवसीय एनुअल फेस्ट मेनफेस्ट वर्चस्व

- फेस्ट में एनुअल बिजनेस, कल्चरल और स्पो‌र्ट्स विभिन्न एक्टिविटी का हो रहा आयोजन

LUCKNOW: इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आईआईएम) लखनऊ के एनुअल बिजनेस, कल्चरल और स्पो‌र्ट्स फेस्ट मेनफेस्ट वर्चस्व-2019 का आगाज शुक्रवार को हुआ, जहां देश के टॉप बिजनेस गुरुओं ने भावी मैनेजर्स को बिजनेस की बारीकियां बताई। वहीं दूसरी ओर मोटिवेशनल स्पीकर्स ने पैसे और सफलता के साथ सलीके से जिंदगी जीने के गुर सिखाए। मेनफेस्ट के पहले दिन की शुरुआत हल्लाबोल इवेंट से हुई, जिसमें विभिन्न संस्थाओं के स्टूडेंट्स ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से समाज में फैली भ्रांतियों को दूर किया। सुबह से लेकर देर रात तक बिजनेस इवेंट में मैनेजमेंट के अच्छे-अच्छे आइडिया दिए गये तो डांस व सांग कंप्टीशन में स्टूडेंट्स ने अपनी प्रतिभा दिखाई। किसी ने स्पो‌र्ट्स कंप्टीशन में हाथ अजमाया तो किसी ने ईडीएम नाइट में जमकर धमाल किया।

जो बचपन में सपने देखे उसे पूरा करें

मेनफेस्ट वर्चस्व का उद्घाटन टॉक शो से हुआ। शो में चीफ गेस्ट के तौर पर ओयो के साउथ एशिया के सीईओ आदित्य घोष ने भावी मैनेजर्स के साथ अपने अनुभव को साझा किये। इस दौरान आईआईएम की स्टूडेंट रूबेल के साथ बात करते हुए उन्होंने जिंदगी और काम के बीच कैसे तालमेल बनाया जाए, इस पर खुलकर अपनी बात रखी। जब उनसे पूछा गया कि आपने जब इंडिगो ज्वाइन की थी तो आपका अनुभव कैसा था, इस पर उन्होंने बताया कि इंडिगो में शुरुआती दो साल काम करने के दौरान मैंने 18 किलो वेट गेन किया, जिसे कम करने में मुझे छह महीने का समय लग गया। इसके बाद मैंने अपने सपनों और काम के बीच के अंतर को समझा। आज मैं अपनी छोटी-छोटी खुशी को अहमियत देता हूं। उन्होंने बताया कि मैं आमतौर पर इंटरव्यू में सभी से उनके ड्रीम के बारे में पूछता हूं। सब कोई कहता है पांच साल में सीईओ, वाइस प्रेसिडेंट या फिर किसी न किसी बड़ी पोस्ट पर पहुंचना है, लेकिन जब उनके असली सपने के बारे में पूछता हूं तो वह बिल्कुल अलग होता है। तब मैं उनसे कहता हूं कि इन्हीं सपनों को पूरा करने को आप काम करें, कंपनी के केआरए, गोल्स और टारगेट को पूरा कर आप हमेशा सक्सेस प्राप्त करेंगे।

नेता जमीनी हकीकत जानते हैं, मैनेजर्स नहीं

आदित्य घोष ने भावी मैनेजर को बताया कि जमीनी हकीकत सबसे ज्यादा नेता को पता होती है, उसके बाद एक अफसर को, लेकिन मैनेजर्स को इसके बारे में सबसे कम पता होता है। हमारा काम भी यही है, इसी को जानें। उन्होंने बताया कि जब मैंने इंडिगो ज्वाइन किया था तब वह घाटे में थी आज वह मुनाफे में चल रही है। वही हाल ओयो का है आज 80 देशों में 27 हजार से ज्यादा हमारे होटल्स और रूम हैं। इसका सबसे बड़ा कारण है हमने जमीनी हकीकत को जाना है लोगों की जरूरतों के हिसाब से उनको सुविधाएं मुहैया कराई।

जरूरी नहीं आपके पास डिग्री हो

वहीं हड़प्पा एजुकेशन की फाउंडर व सीईओ श्रीयांशी सिंह ने भावी मैनेजर्स से बात करते हुए कहा कि यह कोई जरूरी नहीं है कि आप जिस चीज को करना चाहे रहे हैं उसके लिए डिग्री लें। आपको अपने काम के प्रति लगन और पूरे विश्वास के साथ जुड़ना होता है। आपको सफलता जरूर मिलेगी। उन्होंने कहा कि मैंने हिस्ट्री से यूजी किया है। टेक्नोलॉजी के बारे में बहुत कुछ नहीं जानती। मैनेजमेंट की डिग्री भी नहीं ली। फिर भी आज ऑनलाइन लर्निंग में अच्छा काम कर रही हूं। मेरा मानना है कि जरूरी नहीं कि आपके पास डिग्री हो, लेकिन स्किल होना जरूरी है। इससे अपने टारगेट तक आप पहुंच सकते हैं। उन्होंने जीवन में सफलता के लिए मंत्र बताए। थिंक यानी अच्छा सोचें, जो समस्या आए उसे दूर करें। कम्युनिकेशन भी बनाएं रखें। साथ ही लीडर की भूमिका निभाएं। सीईओ ने कहा कि आज जरूरी है कि यूजी और पीजी कोर्स की पढ़ाई के साथ-साथ स्किल डेवलपमेंट जरूरी है। यहां से पासआउट करके जो भी स्टूडेंट्स निकलेंगे, उनकी लिए लाइफ में कई समस्याएं आएंगी, लेकिन उससे निकलने के लिए तैयार रहना होगा।

नुक्कड़ नाटक से दिया जागरूकता का संदेश

सुबह से ही परिसर में जगह-जगह विविध आयोजन शुरू हुए। कहीं भावी प्रबंधकों ने नुक्कड़ नाटक कर विभिन्न सामाजिक कुरीतियों के प्रति जागरूक किया तो इसमें विभिन्न संस्थानों की टीमों ने विभिन्न मुद्दों पर स्टेज प्ले किया। समारोह में आईआईएम लखनऊ समेत आईआईएम अहमदाबाद, कलकत्ता, सिरमौर, एफएमएस दिल्ली, लखनऊ यूनिवर्सिटी, इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, बीबीडी, जयपुरिया, एसएमएस, एसपी जैन संस्थान की टीमें शामिल हो रही हैं।

बालीवुड गानों पर जमकर थिरके छात्र

मेनफेस्ट के इम्प्रोरियो में विभिन्न संस्थाओं के स्टूडेंट्स ने एक से बढ़कर एक बॉलीवुड नंबर्स पर जमकर डांस व मस्ती की। वहीं डोसा आंटी पर सुर का आयोजन किया गया, जिसमें सोलो सिंगिंग में स्टूडेंट्स ने बॉलीवुड, सूफी गीत व गजल प्रस्तुत किये।