लखनऊ (ब्यूरो)। रोड पर जहां चाहें वहां बस रोकने वाले सिटी बस चालकों की मुसीबतें बढऩे वाली हैं। अब जिस सिटी बस चालक के चलते राजधानी की सड़कों पर तीन बार जाम लगा तो उसे सेवा से बर्खास्त कर दिया जाएगा। लालबाग स्थित स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रूम से सिटी बसों के ड्राइवरों पर पूरे शहर में लगे सीसी कैमरों से नजर रखी जा रही है।

14 रूट पर चल रही बसें

इंट्रीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर से लखनऊ में चल रही 100 इलेक्ट्रिक बसों को लिंक किया गया है। ये बसें शहर के 14 रूटों पर चल रही हैं। इससे ई-बसों से लगने वाले जाम के साथ बस नंबर का ब्यौरा सिटी ट्रांसपोर्ट को उपलब्ध कराया जाएगा। जांच में बिना वजह सड़क पर बस रोककर सवारी बैठाने और उतारने का मामला सामने आने पर भी बस चालक की सेवाएं खत्म की जाएंगी।

बस स्टॉपेज पर नहीं रुकती बसें

स्मार्ट सिटी के तहत शहर में बने 40 बस स्टॉपेज पर भी ड्राइवर बसें नहीं रुकती हैं। यही वजह है कि सवारी सड़क पर सिटी बसों के इंतजार में खड़ी रहती हैं।

सिटी बसों से लगने वाले जाम की समस्या को दूर किया जाएगा। स्मार्ट सिटी के तहत ई बसों में लगे जीपीएस को आईटीएमएस के कैमरे से लिंक कर दिया गया है। इससे बस चालकों पर नजर रखने के साथ यात्रियों का सफर सुरक्षित रहेगा।

- टीके वीसेन, संयुक्त सचिव, नगरीय परिवहन निदेशालय

रोडवेज बसों में ऑनलाइन कर सकेंगे टिकट का भुगतान

रोडवेज की बसों से यात्रा करने वाले यात्रियों को कैशलेस सफर की सुविधा जल्द मिलनी शुरू हो जायेगी। यात्री सफर के दौरान अब बसों में ही मोबाइल से ऑनलाइन यूपीआई नंबर पर किराया दे सकेंगे। मोबाइल से ऑनलाइन किराया लेने के लिए गुरुवार को अवध बस स्टेशन पर परिचालकों को प्रशिक्षित किया गया। एआरएम प्रशांत दीक्षित के अनुसार इलेक्ट्रिक टिकटिंग मशीन में ऑनलाइन भुगतान करने के बाद यात्री का टिकट बन जायेगा। इस सुविधा से यात्रियों को कैशलेस सफर की सुविधा मिलेगी। इससे फुटकर रुपयों की समस्या को लेकर खासी राहत मिलेगी। प्रधान प्रबंधक आईटी यजुवेंद्र सिंह ने बताया कि प्रदेश भर में 11 हजार हाईटेक टिकटिंग मशीन चल रही हैं। इनसे कैशलेस किराये की सुविधा शुरू की गई है। पेटीएम, भीम एप, गूगल पे से यात्री टिकटों की धनराशि का भुगतान कर सकेंगे। यात्रियों को जागरूक करने के लिए बसों में स्टीकर भी जल्द ही लगाए जायेंगे।