- लापरवाह अधिकारियों को आयोग करेगा सस्पेंड

- मुरादाबाद और बलिया की वोटर लिस्ट में मिली गड़बड़ी

- आयोग ने एसटीएफ से जांच कराये जाने का दिया आदेश

LUCKNOW: प्रदेश के दो जिलों में वोटर लिस्ट में बड़े पैमाने पर हेराफेरी करने का मामला सामने आया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य निर्वाचन आयोग ने दो एसडीएम और तहसीलदार सहित दर्जनभर अफसरों को निलंबित करने और पूरे मामले की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) से जांच कराने के लिए राज्य सरकार और जिलाधिकारी को लेटर लिखा है।

ऐसा पहली बार हुआ

आयोग ने पहली बार वरिष्ठ आइएएस अधिकारियों को पंचायत चुनाव में बतौर प्रेक्षक नियुक्त किया है। बलिया के प्रेक्षक और प्रमुख सचिव भूतत्व एवं खनिकर्म गुरदीप सिंह ने आयोग को रिपोर्ट भेजी है कि जिले की सिकंदपुर तहसील की एक ग्राम पंचायत में क्790 मतदाता जोड़े गए और म्फ्7 लोगों के नाम छोड़ दिए गए। संशोधन, नाम हटाने और नए नाम जोड़ने में भी गड़बड़ी की गयी। सिंह ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि कई मतदाता सूचियों में नाम, बढ़ाने हटाने के लिए फर्जी हस्ताक्षर भी किए गए। उन्होंने क्षेत्र के एसडीएम, तहसीलदार समेत पांच संबंधित अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की आयोग से संस्तुति की थी।

सात अफसर जद में

इसी तरह मुरादाबाद के जिला निर्वाचन अधिकारी जुहेर बिन सगीर व प्रेक्षक दीपक त्रिवेदी ने ठाकुरद्वारा तहसील के खैरुल्लापुर, मिलकअमावती, राजपुर केसरिया, धींगपुरमूलावान, रामनगर खागूवाला, पीलकपुर गुमानी, गोपालीला की मतदाता सूची के संशोधन, नाम बढ़ाने के आवेदनों पर व्यापक गड़बड़ी उजागर की। प्रेक्षक ने आयोग को भेजी रिपोर्ट में गांव के बाहर के लोगों के नाम मतदाता सूची में होने और फर्जी वोटरों की संख्या का उल्लेख कर एसडीएम ठाकुरद्वारा समेत सात अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की है।

आयोग ने माना मामला गंभीर

राज्य निर्वाचन आयुक्त एसके अग्रवाल ने प्रेक्षकों की रिपोर्ट को बेहद गंभीरता से लेते हुए दोषी पाये गए दोनों एसडीएम, एक तहसीलदार समेत अन्य संबंधित सभी अफसरों को निलंबित करने के आदेश दिए हैं। इस संबंध में कार्रवाई करने के लिए आयोग के विशेष कार्याधिकारी जय प्रकाश सिंह की ओर से प्रमुख सचिव नियुक्ति के साथ ही राजस्व व नियोजन और संबंधित जिलाधिकारियों को लेटर भेजा गया है। आयुक्त ने मतदाता सूची में गड़बड़ी को लोकतांत्रिक व्यवस्था को बाधित करने का प्रयास मानते हुए पूरे प्रकरण की एसटीएफ से जांच कराने के भी निर्देश दिए हैं। विशेष कार्याधिकारी ने इस संबंध में पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखा है।

यह अधिकारी पाये गये दोषी

बलिया जिले के सिकंदरपुर के एसडीएम घनश्याम त्रिपाठी, तहसीलदार मिश्री सिंह चौहान, प्रभारी खंड विकास अधिकारी राजेश राय, सहायक विकास अधिकारी ओम प्रकाश राय और प्रभारी सहायक विकास अधिकारी ओम प्रकाश राय को मतदाता सूची में गड़बड़ी का दोषी पाया गया है। मुरादाबाद जिले के ठाकुरद्वारा क्षेत्र के एसडीएम राजेश्वर सिंह, कानूनगो नफीस अहमद, बीएलओ आसिम, कुसुम ठाकुर, मालती देवी, प्रमोद कुमारी और कुछ और बीएलओ को दोषी पाया गया है।