LUCKNOW: एटा के अलीगंज इलाके में स्कूली बच्चों की बस हादसे में मौत के बाद अब पुलिस की भी नींद टूटी है। ऐसा लगता है कि गाडि़यों की जांच के आदेश जारी करने के लिए अब तक वह ऐसे हादसे का इंतजार कर रहे थे।

एडीजी कानून-व्यवस्था दलजीत सिंह चौधरी ने गुरुवार को सभी एसपी और एसएसपी के लिए फरमान जारी कर कहा कि स्कूली वाहनों की चेकिंग हर हाल में की जाए। प्रदेश के सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में छात्र-छात्राओं को ले आने-जाने के लिए बस, मैक्सी, कैब और मारुति वैन का प्रयोग किया जा रहा है। इन सभी की फिटनेस जांच की जाए। पुलिस प्रवक्ता और महानिरीक्षक एसटीएफ रामकुमार ने बताया कि एडीजी ने पुलिस अधीक्षकों से कहा है कि पिछले कुछ दिनों से स्कूली वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने की शिकायतें लगातार बढ़ रही हैं। ऐसे में स्कूली वाहनों की चेकिंग के लिए सघन अभियान शुरू किया जाए। चेकिंग अभियान में यह देखना होगा कि चालक के पास कॉमर्शियल डीएल है या नहीं.उसके पास वाहन के सभी वांछित प्रपत्र है कि नहीं। आरसी, बीमा और प्रदूषण के प्रपत्र सभी स्कूली वाहनों में होने चाहिए। फिटनेस की जांच बेहद जरूरी है। ओवर स्पीडिंग करने वाले वाहनों के विरुद्ध तुरंत एक्शन लिया जाए। साथ ही ओवरलोडिंग की जांच की जाए। सीएनजी और एलपीजी किट लगे वाहनों को आरटीओ ने सर्टिफिकेट दिया है या नहीं। साथ ही जब स्कूली वाहनों की चेकिंग की जाए तो परिवहन विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी अनिवार्य रूप से रखी जाए।