लखनऊ (ब्यूरो) । दूर दराज व दूसरे शहरों से एग्जाम देने वाले अभ्यर्थी शनिवार देर शाम को ही राजधानी पहुंच गए थे। परीक्षा दो पाली में होनी थी। पहली पाली के लिए सुबह 10 बजे ही अभ्यर्थी एग्जाम सेंटर पर पहुंच गए। इंट्री के बाद उन्होंने एग्जाम देना भी शुरू कर दिया, लेकिन कुछ सेंटर में करीब 11 बजे एग्जाम कैंसिल होने की सूचना मिली। अभ्यर्थियों का कहना है कि वह आधा पेपर खत्म कर चुके थे। गणित विषय का एग्जाम दे रहे थे तभी उन्हें अधिकारिक रूप से एग्जाम के कैंसिल होने और दोबारा एक माह में एग्जाम की जानकारी मिली।

परिजनों ने भी जताया आक्रोश
टीईटी का प्रश्नपत्र लीक होने के बाद प्रदेश भर के केंद्रों में अफरा तफरी का माहौल है। राजधानी के तमाम केंद्रों पर परीक्षाएं निर्धारित समय से शुरू हो चुकी थी और ज्यादातर केंद्रों पर 11 बजे तक परीक्षाएं जारी रही। इस बीच एग्जाम कैंसिल होने की जानकारी सेंटर के बाहर खड़े उनके परिजनों तक पहुंची तो उन सभी में भी आक्रोश दिखा। सभी ने एक सुर में इसे परीक्षार्थियों के लिए तगड़ा झटका करार देते हुए दोषियों के विरुद्ध एक्शन लेने की मांग की।

प्रशासन की नाकामी से ये हुआ

सरकार की नाकामी है, प्रशासन की नाकामी है सब की लापरवाही की वजह से यह पेपर रद्द हुआ है क्या कोई यह कह सकता है कि जिस माइंडसेट से आज परीक्षार्थी एग्जाम दे रहे हैं उसी माइंडसेट से एक महीने बाद भी देंगे।

- प्रियंका श्रीवास्तव

पिछले 24 घंटे से भारी बैग टांग कर बमुश्किल सेंटर पर पहुंचे। एग्जाम देने के लिए यह सब किया, पर अब सारी मेहनत बेकार गई। पहले भी कई बार ऐसा हुआ है, इससे सभी का मोरल डाउन होता है। पहले भी कई एग्जाम इसी कारण छूटे हैं, पर ठोस कार्रवाई नही होती। अब एक्शन की जरुरत है।

-वैशाली

ऐसा ही हर परीक्षा में होता है, एक परीक्षा को पूरा होने में 5 साल लगता है। यह नया दस्तूर बनने लगा है। हमारी सारी मेहनत बेकार हो गई। अब नए सिरे से तैयारी करनी होगी। कुछ लोगों को फायदा पहुंचाने के चलते इतनी बड़ी संख्या में बेरोजगारों को नुकसान उठाना पड़ रहा है।

- दीपा सिंह

दावे थे कि यूपीएससी से बड़े स्तर की तैयारियों के साथ एग्जाम होगा पर कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई। एडमिट कार्ड निकालने मैं भी परीक्षार्थियों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। कई बार सर्वर हैंग हो गया और इतनी समस्या झेल कर जब परीक्षा देने पहुंचे तब एग्जाम ही कैंसिल हो गया। यह सब कुछ फेल ही साबित हुआ।

- मुकेश

पहले भी आउट हो चुके हैं पेपर

1. 19 मार्च 2017 में पुलिस सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा - इस परीक्षा में ऑनलाइन पेपर हैक हुआ। इसके बाद आगरा के ओम ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट से 7 लोग गिरफ्तार किए गए।

2. फरवरी 2018 में उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन जेई परीक्षा
- इस परीक्षा का भी पेपर लीक हो गया था, उप्र पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड की ऑनलाइन परीक्षा में धांधली पकडऩे के बाद स्पेशल टास्क फोर्स जांच कर रही है।
3. यूपी आरक्षी नागरिक पुलिस एवं आरक्षी पीएसी के पद पर भर्ती परीक्षा-2018
- अप्रैल 2018 में हुई परीक्षा में यूपी पुलिस में गलत पर्चा बंटा, यूपी एसटीएफ ने सॉल्वर गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया।
4. अवर अधीनस्थ सेवा चयन परीक्षा -
15 जुलाई 2018 को आयोजित कराई गई इस परीक्षा की पहली पाली में पर्चा लीक हो गया। जांच में इसकी पुष्टि के बाद परीक्षा रद्द कर दी गई।
5. 1 सितंबर 2018 को नलकूप ऑपरेटर का पेपर आउट हो गया, मेरठ से 11 लोग गिरफ्तार किए गए।
6. स्वास्थ्य विभाग में चतुर्थ श्रेणी से तृतीय श्रेणी प्रोन्नत परीक्षा में धांधली हुई, लेकिन निदेशक पूजा पांडेय पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
7. सिपाही की 41520 परीक्षा भर्ती का पेपर आउट हो गया।
8. फरवरी 2018 में फिर से यूपी पावर कारपोरेशन की 2849 पदों का पेपर लीक हो गया।
9. एसएससी का पेपर लीक -
17 नवंबर 2014 में एसएससी का पेपर लीक हो गया। कर्मचारी चयन आयोग की संयुक्त हायर सेकेंडरी लेवल परीक्षा में जमकर नकल हुई। परीक्षा के दौरान मोबाइल, इलेक्ट्रानिक गैजेट्स और हल प्रश्नपत्र की कॉपी सहित कई अभ्यर्थी पकड़े गए।