लखनऊ (ब्यूरो)। आखिरकार रविवार को दो दिवसीय यूपीएसएसएससी (पेट) की परीक्षा संपन्न हो गई। पहले दिन की तरह ही दूसरे दिन भी पेपर आसान आया, लेकिन परीक्षार्थियों को घर वापस जाने के लिए 'अग्निपरीक्षा' का सामना करना पड़ा। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ट्रेनों के एसी व पार्सल कोच से लेकर बसों में एक-एक सीट के लिए मारामारी रही। शटल एक्सप्रेस की बात करें तो कई अभ्यर्थी इस ट्रेन के इंजन पर सवार हो गए, जिससे रेलवे अधिकारियों की टेंशन बढ़ गई।

शाम से ही नजर आई भीड़

परीक्षा समाप्त होते ही परीक्षार्थी सीधे चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंचे। यहां पर बनारस, प्रयागराज व बिहार जाने वाली ट्रेनों में सबसे अधिक भीड़ नजर आई। आलम यह रहा कि अभ्यर्थियों ने एसी कोच, स्लीपर कोच से लेकर पार्सल कोच पर कब्जा कर लिया। जिसकी वजह से ट्रेन में सवार सामान्य मुसाफिरों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इसी तरह आलमबाग व चारबाग बस अड्डे पर भी अभ्यर्थियों की खासी भीड़ नजर आई। देर रात तक यही तस्वीर देखने को मिली।

डीएम ने किया निरीक्षण

डीएम सूर्यपाल गंगवार पहली पाली में अचानक गोमती नगर स्थित प्रकाश बाल विद्या मंदिर इंटर कॉलेज परीक्षा केंद्र पहुंचे और सेकंड पाली में चारबाग स्थित केकेसी इंटर कॉलेज, बप्पा नारायण वोकेशनल गल्र्स इंटर कालेज व एपी सेन मेमोरियल गल्र्स कॉलेज का निरीक्षण किया। उन्होंने प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर बनाए गए कंट्रोल रूम का भी निरीक्षण किया। कंट्रोल रूम के माध्यम से डीएम ने सीसीटीवी कैमरों की लाइव फीड से परीक्षा कक्षों की मॉनिटरिंग भी की। डीएम ने बताया कि शांतिपूर्ण व नकल विहीन परीक्षा संपन्न कराने के लिए सेक्टर मजिस्ट्रेट व जोनल मजिस्ट्रेट की भी ड्यूटी लगाई गई है। इसके साथ ही सभी केंद्रों पर मोबाइल जैमर की भी व्यवस्था को सुनिश्चित कराया गया है। प्रत्येक परीक्षा कक्ष में उसकी क्षमता से कम परीक्षार्थी बैठाये जाए ताकि सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे। इसके साथ ही सभी परीक्षा केंद्रों में अभ्यर्थियों के लिए पेयजल व अन्य सुविधाओं के भी इंतजाम किए गए थे।

बोले परीक्षार्थी

पहले उम्मीद थी कि परीक्षा में कठिन सवालों की संख्या अधिक होगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जब पेपर सामने आया तो सवालों को देखकर राहत मिली। मेरा पेपर अच्छा गया है।

-प्रीति पाठक, लखनऊ

घर से परीक्षा केंद्र तक पहुंचने के दौरान खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा, लेकिन पेपर अच्छा होने से सभी परेशानियों को भूल गया। अब रिजल्ट का इंतजार रहेगा।

-कुंदन वर्मा, बाराबंकी

जो पढ़ा था, उसके आसपास ही सवाल पूछे गए। मेरा पेपर भी अच्छा गया है। ग्राफ्स में जरूर कुछ समस्या आई, लेकिन ओवरऑल बेहतर स्कोर करने की संभावना है।

-विनय कुमार, अंबेडकरनगर

ग्राफ्स ने जरूर टेंशन बढ़ा दी थी, लेकिन बाकी पेपर अच्छा गया है। जितनी मेहनत की, उसके अनुरूप ही सवाल आए। अब रिजल्ट आने का इंतजार रहेगा।

-अंशिका यादव, अंबेडकरनगर