लखनऊ (ब्यूरो)। शहर के कॉलेजों में इन दिनों ग्रेजुएशन व पोस्ट ग्रेजुएशन में दाखिले की प्रक्रिया चल रही है। एलयू समेत कई कॉलेजों ने आवेदन की तारीखें भी बढ़ाई हैं। आवेदनों के बाद प्रवेश की बात करें तो राजधानी के एडेड कॉलेजों में स्नातक में आवेदन की स्थिति अच्छी नहीं है। अप्रैल माह से शुरू हुए दाखिलों के दो महीने बाद भी कॉलेजों में काफी कम दाखिले हुए हैं। ऐसे में कॉलेजों ने सीधे दाखिले की प्रक्रिया अपना कर इन सीटों को भरने का प्रयास किया जा रहा है। कई कॉलेजों ने आवेदन कम आने के बाद आवेदन की तारीख भी बढ़ाई है।

475 सीटों पर केवल 55 एडमिशन

शहर के कई कॉलेजों में 30 जून तक आवेदन की तारीख को बढ़ा दिया गया है। इसके अलावा कुछ कॉलेजों में दाखिला प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। लेकिन इन कॉलेजों में सीटें पूरी तरह नहीं भर पाई हैं। जैसे एपी सेन मेमोरियल गल्र्स पीजी कॉलेज में बीए की 475 सीटें हैं, इनमें से केवल 55 सीटों पर ही दाखिला हो पाया है। वहीं, इसी कॉलेज में बीकॉम की 80 सीटों पर केवल 8 एडमिशन हुए हैं। नारी शिक्षा निकेतन में भी यही स्थिति है। बीए की 500 सीटों के मुकाबले 38, बीएससी में 100 में 28, बीकॉम में 80 के मुकाबले 4 सीटें ही भर पाई हैं। मुमताज पीजी कॉलेज में बीए की 650 सीट पर 80 दाखिले हुए हैं।

एलयू के संंबद्ध कॉलेजों के बढऩे से हो रही दिक्कतें

नवयुग कन्या महाविद्यालय की प्राचार्य मंजुला उपाध्याय का कहना है कि एडेड कॉलेजों के साथ दिक्कतें बहुत बढ़ रही हैं। एक तरफ उनके सेल्फ फाइनेंस कोर्स में स्टूडेंट्स की संख्या कम हो रही है, तो दूसरी तरफ कई कॉलेजों में रेगुलर कोर्स की सीटें भी नहीं भर पा रही हैं। उनका कहना है कि एलयू के साथ पहले शहर के ही कॉलेज जुड़े थे, ऐसे में दूसरे जिले के स्टूडेंट्स यहां दाखिला लेने आते थे। वहीं, अब एलयू के साथ चार जिलों के कॉलेज भी जुड़े हैं और नए-नए कॉलेजों को मान्यता भी मिल रही है। ऐसे मे वहां के स्टूडेंट्स वहीं दाखिला ले रहे हैं।

प्रोफेशनल कोर्स में बढ़ रहा स्टूडेंटस का रुझान

नई शिक्षा नीति के बावजूद स्टूडेंट्स का रुझान प्रोफेशनल कोर्सेस की तरफ बढ़ रहा है। वे ट्रेडिशनल कोर्स की बजाय प्रोफेशनल कोर्स की तरफ ज्यादा आकर्षित हैं, क्योंकि उन्हें लगता है उससे रोजगार के बेहतर अवसर मिल सकते हैं। इससे भी ट्रेडिशनल कोर्स की तरफ उनका रुझान कम हो रहा है।