लखनऊ (ब्यूरो)। बीती 17 जून को गोमती नगर के जुगौली रेलवे क्रासिंग के पास चाकुओं से गोदकर 12वीं के छात्र आकाश (19) की हत्या करने वाले आरोपियों को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस जांच में सामने आया कि तीन भाईयों ने 1500 के लेनदेन के विवाद में वारदात को अंजाम दिया था। इनमें दो सगे भाई और एक मौसेरा भाई शामिल है। मुख्य आरोपी जुगौली निवासी अभय प्रताप सिंह (24), उसके सगे छोटे भाई मयंक प्रताप सिंह (20) व मौसेरे भाई मनमोहन सिंह उर्फ देवांश (22) के रूप में आरोपियों की पहचान हुई है। तीनों मूलरूप से लखीमपुर-खीरी के निवासी हैं।

गाली देने पर कर दी हत्या

गोमती नगर थाना पुलिस की पूछताछ में अभय ने बताया कि उसने आकाश के दोस्त रिषभ को डेढ़ हजार रुपये उधार दिये थे, जिसे लौटाने में वह आनाकानी कर रहा था। 17 जून की रात उसने रिषभ को फोन करके रुपये लौटाने को कहा तो इसी बीच आकाश फोन लेकर उससे गाली-गलौज करने लगा और धमकाने लगा। इसी बात से आवेश में आकर उसने मयंक और मनमोहन के साथ मौके पर पहुंचकर उससे मारपीट की। आकाश ने बदला लेने की धमकी दी तो उसे दौड़ाकर चाकू से गोदकर मौत के घाट उतार दिया।

लखीमपुर में गांव में छिपे हुए थे आरोपी

पुलिस जांच में घटना के दिन अभय कार लेकर मौका-ए-वारदात पर पहुंचा था। घटना को अंजाम देने के बाद तीनों आरोपी बेहद डर गये थे और पुलिस से बचने के लिए घटना स्थल से सीधे अपने गांव लखीमपुर-खीरी के सढ़ौना गांव चले गये थे। अगले दिन कुछ दूरी पर स्थित अपने मौसेरे भाई मनमोहन के घर शिव कॉलोनी में छिपे हुए थे। मनमोहन और मयंक को पुलिस पूर्व में गिरफ्तार कर चुकी थी। वहीं, बुधवार को अभय अपना जरूरी सामान लेने के लिए वापस लखनऊ के जुगौली स्थित अपने घर आया था, तभी पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।