लखनऊ (ब्यूरो)। बोर्ड एग्जाम का समय नजदीक आते ही स्टूडेंट्स में स्ट्रेस का लेवल बढ़ जाता है। जिन्होंने सारी तैयारी कर भी ली है, वे भी स्ट्रेस के कारण पढ़ा हुए भूलने की बात कर रहे हैं। ऐसे में अपनी तैयारी को पुख्ता करने के लिए पढ़े हुए को रिवाइज करने, इस वक्त कुछ भी नया न पढऩे और अपना रूटीन दुरुस्त रखने की सलाह टॉपर्स देते हैं। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने टॉपर्स से बातचीत कर उनकी तैयारी के तरीके, स्ट्रेस से निपटने के उपाय और टिप्स पर चर्चा की। पेश है खास रिपोर्ट

मैंने बेकिंग करके दूर किया अपना स्ट्रेस

आईएससी 2022 के एग्जाम में मैंने 99.50 प्रतिशत माक्र्स स्कोर किए थे। पहले मैं जेईई की तैयारी कर रही थी, फिर सीयूईटी की तरफ रुझान हुआ। बोर्ड की तैयारी के लिए मैंने साल भर पढ़ाई की। इसके बाद प्रॉपर रिवीजन बहुत इंपॉर्टेंट है। मेरा फिजिक्स दूसरे सब्जेक्ट के मुकाबले थोड़ा वीक था, तो उसको ज्यादा टाइम दिया। स्कूल के टीचर्स से लगातार कॉन्टैक्ट में रही और अपनी बहन के साथ पढ़ाई की। स्ट्रेस होता तो म्युजिक सुनने के साथ बेकिंग करके थोड़ा रिलैक्स करती थी। मम्मी से बात करके भी स्ट्रेस दूर हो जाता था।

टिप्स: मेरे हिसाब से यह रिवीजन का टाइम है। कोई नया टॉपिक पढऩे से बचें। इसके अलावा रूटीन ठीक रखना जरूरी है। कई बार स्टूडेंट्स ठीक से नींद नहीं लेते और खाते-पीते नहीं हैं, ऐसा बिल्कुल न करें।

-देविका सप्रा, आईएससी सेकंड रैंक

पढ़ाई के घंटे तय करें

मैंने पिछले साल आईएससी एग्जाम दिया था। पिछले साल दो सेमेस्टर में एग्जाम हुआ था। पहला एमसीक्यू और दूसरा थ्योरिटिकल। मैंने दोनों ही सेमेस्टर की अच्छे से तैयारी की। हालांकि, दोनों एग्जाम के लिए स्ट्रेटजी अलग थी। जैसे एमसीक्यू के लिए चैप्टर्स को अच्छे से रीड किया और उसे समझ लिया। इसके बाद रोजाना एमसीक्यू की प्रैक्टिस की। वहीं, थ्योरी पार्ट के लिए भी कॉन्सेप्ट क्लियर किए। इसके अलावा फॉम्र्यूला के लिए अलग से नोट्स बनाकर पढ़ाई की। मैंने जेईई के लिए कोचिंग जॉइन की थी, उसका भी फायदा मिला।

टिप्स: सोशल मीडिया से एकदम दूरी बनाए रखी। स्ट्रेस हुआ तो वॉक की या गेम्स खेले। हर रोज अपने पढ़ाई के घंटे तय करें और उसी हिसाब से पढ़ाई करें। कंसिस्टेंसी बनाए रखना बहुत जरूरी है।

-समर कुमार श्रीवास्तव, आईएससी सेकंड रैंक

सेल्फ स्टडी बहुत इंपॉर्टेंट है

स्कूल की पढ़ाई के साथ-साथ मैंने सेल्फ स्टडी की। स्कूल के नोट्स के साथ अपने नोट्स बनाए। महत्वपूर्ण टॉपिक्स को बुक में अंडरलाइन किया। स्टडी मटीरियल को खूब अच्छे से तैयार किया। यह एग्जाम दो सेमेस्टर में हुआ ऐसे में शुरुआत में थोड़ी परेशानी हुई, लेकिन स्ट्रेटजी बनाकर पढऩे से काफी आसानी भी हुई। दूसरे सेमेस्टर के लिए ज्यादा समय मिल गया और मैंने सब्जेक्टिव की अच्छे से तैयारी की। मैथ्स की बहुत प्रैक्टिस की। वह सब्जेक्ट मेरे इंटेस्ट का भी है।

टिप्स: एक महीना पहले से प्रॉपर रिवीजन करें। जो लोग पेपर देने जा रहे हैं, उन्हें अपना माइंड शांत रखने की बहुत जरूरत है। फोकस्ड रहें। इसके अलावा दूसरे प्रैक्टिस बुक से सवाल लगा रहे हैं तो उसका लेवल देखें। साथ उसपर अपनी तैयारी को न आंके।

-सक्षम रस्तोगी, आईएससी थर्ड रैंक