- टीम-11 की बैठक में सीएम योगी के बड़े फैसले

- केंद्र की नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी की तर्ज पर बनेगी व्यवस्था

LUCKNOW : केंद्र सरकार की तमाम अहम व्यवस्थाओं को उत्तर प्रदेश में भी लागू करती रही योगी सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है। नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी की तर्ज पर यूपी में भी सभी भर्ती परीक्षाएं एक ही एजेंसी कराएगी। एजेंसी के गठन के निर्देश सीएम योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को दिए हैं। साथ ही हिदायत भी दी है कि किसी कार्यालय में सात दिन से अधिक फाइल न रुके।

ई-ऑफिस प्रणाली के जरिए जुड़ेंगे सरकारी दफ्तर

गुरुवार को लोकभवन में आयोजित बैठक में योगी ने सरकार के विभागों और उपक्रमों में भर्ती परीक्षाओं को नियमित और समयबद्ध ढंग से पूरा कराने के निर्देश वरिष्ठ अधिकारियों को दिए। उन्होंने इसके लिए केंद्र की तरह राज्य में भी सभी भर्ती परीक्षाओं के संचालन के लिए एक एजेंसी का गठन करने को कहा। उल्लेखनीय है कि केंद्रीय कैबिनेट ने हाल ही में नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी गठित करने का फैसला लिया था। इसी क्रम में सीएम ने भी सरकारी कार्यालयों को समयबद्ध ढंग से ई-ऑफिस प्रणाली से जोड़ने के साथ ही तय प्रक्रिया के तहत शासकीय कार्यों में त्वरित निर्णय लेने के निर्देश दिए हैं। योगी ने अधिकारियों को हिदायत दी कि विभागीय मुख्यालय सहित अधीनस्थ कार्यालयों में भी पत्रावलियां सात दिन से अधिक लंबित न रहें। किसी पटल पर तीन दिन से अधिक पत्रावली रुकने पर सभी संबंधित स्तरों पर जवाबदेही तय करने को कहा गया है। सरकारी कार्यालयों में कर्मियों की समय से और नियमित उपस्थिति के निर्देश देते हुए सीएम ने वरिष्ठ अधिकारियों को आकस्मिक निरीक्षण करते रहने को कहा है।

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सवा साल में डेढ़ लाख करोड़ के निवेश का लक्ष्य

सीएम ने टीम-11 की बैठक में कहा कि निवेश मित्र पोर्टल के प्रभावी व कुशल संचालन के लिए विशेषज्ञों की तैनाती पर विचार करें। अगले एक से सवा साल के दौरान प्रदेश में डेढ़ लाख करोड़ रुपये तक के निवेश को आकर्षित करने की कार्ययोजना तैयार की जाए। सीएम ने प्रदेश में 98.5 फीसद औद्योगिक व व्यावसायिक इकाइयों के पूरी क्षमता से चलने पर संतोष व्यक्त किया।