लखनऊ (ब्यूरो)। लोहिया संस्थान द्वारा हाल ही में कराई गई नर्सिंग भर्ती परीक्षा को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब मामले को लेकर भारतीय उद्योग किसान व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष अजय त्रिपाठी मुन्ना ने सीएम और डिप्टी सीएम को पत्र लिखकर प्रवेश परीक्षा में गड़बडिय़ों को लेकर हाई लेवल जांच कमेटी बनाने की मांग की है। वहीं दूसरी तरफ, परीक्षा का रिजल्ट जारी हो चुका है और अधिकारी परीक्षा में किसी भी प्रकार की धांधली के आरोपों से इंकार कर रहे हैं।

कंपनी के खिलाफ नहीं की कार्रवाई

लोहिया संस्थान द्वारा नर्सिंग के 431 पदों के लिए देश भर के 92 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा का आयोजन कराया था। जिसका रिजल्ट जारी होने के बाद डाक्यूमेंटेशन का काम चल रहा है। पर एकबार फिर पूरी प्रक्रिया विवादों में घिर गई है। भर्ती परीक्षा का विशेषज्ञ न होने के बावजूद लोहिया संस्थान द्वारा प्रक्रिया आयोजित करने पर पहले ही सवाल खड़े किए गए थे। शिकायती पत्र में लिखा गया है कि कई सेंटर्स पर गड़बड़ी की शिकायत संस्थान के अधिकारियों के पास पहुंची थी। यहां तक कि कुछ सेंटर्स पर पर्यवेक्षकों को बंधक तक बनाने की शिकायत हुई थी। साथ ही परीक्षा कराने वाली कंपनी के खिलाफ संस्थान द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई।

आरोपों से किया इंकार

रिजल्ट घोषित करने के बाद मेरिट लिस्ट 90 फीसदी के ऊपर घोषित की गई है। पर परीक्षा में पास हुए अभ्यर्थियों की मेरिट लिस्ट वेबसाइट पर जारी तक नहीं की गई। वहीं दूसरी ओर, पीजीआई में हुई भर्ती परीक्षा में 70 फीसदी अंक लाने वालों तक का मौका दिया गया था। ऐसे में इतनी ऊंची मेरिट जाने के कारणों का पता लगाया जाना बेहद जरूरी है। वहीं, मामले को लेकर संस्थान के प्रवक्ता डॉ। एपी जैन का कहना है कि परीक्षा पूरी पारदर्शी तरीके से कराई गई है। सभी नियमों का पालन कराया गया है। शिकायतकर्ता द्वारा अगर तथ्य के साथ साक्ष्य उपलब्ध कराया जाये तो जांच कराई जाएगी।

केजीएमयू ने आयोग ने कराई थी परीक्षा

इससे पहले केजीएमयू द्वारा भी नर्सिंग भर्ती परीक्षा का आयोजन कराया गया था। पर संस्थान प्रशासन द्वारा आयोग के माध्यम से यह परीक्षा कराई गई थी, जिसपर किसी प्रकार का कोई आरोप नहीं लगा था। ऐेसे में, लोहिया संस्थान में नर्सिंग भर्ती परीक्षा आयोग के माध्यम से न कराने को लेकर सवाल उठाये जा रहे हैं।