लखनऊ (ब्यूरो)। कुछ दिन पहले काकोरी इलाके में एक युवती पर सोशल मीडिया पर पूर्व प्रधान ने अभद्र भाषा का प्रयोग कर टिप्पणी की थी, जिसकी शिकायत युवती ने पुलिस से की थी। पूर्व प्रधान के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए वह लगातार थाने के चक्कर काट रही थी। कार्रवाई न होने पर रविवार को वह काकोरी थाना के गेट के पास मौजूद पेड़ पर चढ़ गई और फांसी लगाकर आत्महत्या कर लेने की धमकी दी। पुलिस द्वारा एक घंटे की मान-मनौव्वल के बाद कार्रवाई के आश्वासन पर उसे नीचे उतारा जा सका।

इंस्पेक्टर से की थी शिकायत
सोशल मीडिया पर जमीनी विवाद के चलते कठिंगरा गांव के पूर्व प्रधान रिजवान अहमद ने गांव की समाजसेवी रेनू रावत पर अभद्र टिप्पणी की थी, जिसकी शिकायत रेनू रावत ने काकोरी पुलिस से की। रेनू का आरोप है कि इंस्पेक्टर काकोरी विजय यादव पूर्व प्रधान पर मुकदमा लिखने की बजाय मामले को जमीनी विवाद में उलझाना चाह रहे हैं। साथ ही कह रहे हैं कि इस मामले में कोई धारा नहीं बन रही है।


थाने के चक्कर लगाकर हुई परेशान
पूर्व प्रधान पर कार्रवाई करने के लिए कई दिन से रेनू कोतवाली के चक्कर लगा रही थीं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसके चलते उसने रविवार को थाने पहुंचकर दोबारा तहरीर दी और थाने के बाहर मंदिर परिसर में स्थित पकरिया के पेड़ पर चढ़ गई। कारवाई की मांग को लेकर रेनू ने पेड़ से ही कूद कर जान देने धमकी दी। रेनू का आरोप है कि पुलिस पूर्व प्रधान पर कारवाई करने की बजाय उसे थाने पर बैठा लेती है। रेनू ने बताया कि पूर्व प्रधान पर पहले भी कई मुकदमे दर्ज हैं। गांव में जमीनों पर अवैध कब्जे में पूर्व प्रधान संलिप्त रहते हैं।

सोशल मीडिया पर चल रही थी 'वॉर'
पूर्व प्रधान रिजवान ने बताया कि गांव में एक जमीन को लेकर विवाद है। यह केस न्यायालय में विचाराधीन है। प्रधान का आरोप है कि रेनू एक पक्ष की मदद में लगी है। इंस्पेक्टर विजय यादव ने बताया कि मामला जमीनी विवाद का है। जिसको लेकर दोनों लोगों में सोशल मीडिया पर बहस छिड़ी हुई थी। युवती दबाव बनाने के लिए पेड़ पर चढ़ी है। युवती ने जो तहरीर दी है उसपर मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। युवती को समझा बुझाकर घर भेज दिया गया है।