लखनऊ (ब्यूरो)। सुनोसुनोसुनो, राकेश जी की दुकान पर एक लाख टैक्स बाकी है, आप लोग उनसे कहें कि टैक्स जमा कर दें। अगर टैक्स जमा नहीं किया जाता है तो कार्रवाई की जाएगी। दरअसल में, अब नगर निगम की ओर से टैक्स जमा कराने के लिए बकाएदारों की दुकानों और घरों के सामने अनाउंसमेंट कराना शुरू कर दिया गया है। प्रयास यही किया जा रहा है कि जल्द बकाएदारों की ओर से बकाया टैक्स जमा किया जा सके।

पहले भी हुई थी कवायद

करीब चार साल पहले भी नगर निगम की ओर से यह कदम उठाया गया था और इसका पॉजिटिव रिस्पांस भी देखने को मिला था। उस दौरान भी नगर निगम की ओर से टैक्स बकाएदारों के घरों और प्रतिष्ठानों के सामने अनाउंसमेंट कराया गया था। अब एक बार फिर इस व्यवस्था को शुरू कर दिया गया है। जिससे बकाएदार जल्द से जल्द अपना टैक्स जमा कर दें।

डेढ़ लाख लोगों को नोटिस

निगम प्रशासन की ओर से डेढ़ लाख से अधिक बकाएदारों को बकाया टैक्स जमा करने के लिए नोटिस भेजा गया है। नोटिस में साफ है कि अगर उनकी ओर से 15 दिन के अंदर टैक्स का भुगतान नहीं किया जाता है तो निगम की ओर से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इन बकाएदारों पर 50 करोड़ से अधिक का टैक्स बाकी है।

नोटिस के बाद भी असर नहीं

निगम प्रशासन की ओर से पहले भी बकाएदारों को नोटिस जारी किया जा चुका है। इसमें से 30 से 40 प्रतिशत भवन स्वामी ही टैक्स जमा करते हैं। निगम प्रशासन की ओर से नोटिस जारी करने के साथ ही बकाएदारों को मोबाइल पर मैसेज भी भेजे जाते हैैं। इसके बावजूद बकाएदारों की ओर से कोई खास इंटरेस्ट नहीं दिखाया जाता है। अब नए सिरे से बकाएदारों को चिन्हित कर बकाएदारों को नोटिस जारी किया गया है। निगम की ओर से बकाएदारों को फोन भी किया जा रहा है और बकाया टैक्स जमा करने को कहा जा रहा है।

आवासीय-कॉमर्शियल को नोटिस

इस बार निगम प्रशासन की ओर से आवासीय के साथ साथ कॉमर्शियल बकाएदारों को भी नोटिस भेजा गया है। मुख्य रूप से अनाउंसमेंट कॉमर्शियल बकाएदारों के प्रतिष्ठानों के बाहर कराया जा रहा है। जिससे उनकी ओर से जल्द से जल्द बकाया टैक्स जमा कराया जा सके। निगम प्रशासन की ओर से अपील की गई है कि बकाएदार जल्द टैक्स जमा करा दें, जिससे उन्हें कार्रवाई का सामना न करना पड़े।

अभी तक डेढ़ लाख से अधिक बकाएदारों को नोटिस जारी किया जा चुका है। इसके साथ ही बकाएदारों के घरों और प्रतिष्ठानों के सामने अनाउंसमेंट भी कराया जा रहा है।

-अशोक सिंह, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी, नगर निगम