लखनऊ (ब्यूरो)। आयुर्वेद चिकित्सा लगातार लोगों को राहत देने का काम कर रही है, जिससे लोगों का भरोसा इसपर बढ़ रहा है। हाल ही में राजकीय आयुर्वेद कॉलेज के गठिया उपचार एवं उन्नत शोध केंद्र की रिसर्च में गठिया को लेकर सकारात्मक परिणाम हासिल हुए हैं। जिसमें संयमित भोजन और योग की मदद से अधिक वजनी मरीजों को न केवल वजन कम करने में सफलता मिली, बल्कि जो मरीज बिना किसी सहारे के उठ या चल नहीं पाते थे, अब वे जोड़ों के दर्द में राहत मिलने से आसानी से चलने लगे हैं। इस रिसर्च को एल्सेवियर से प्रकाशित होने वाले अंतरराष्ट्रीय जर्नल जेएआईएम ने मान्यता भी दी है।

28 मरीजों पर हुई रिसर्च

राजकीय आयुर्वेद कॉलेज के गठिया उपचार एवं उन्नत शोध केंद्र के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ। संजीव रस्तोगी ने बताया कि अधिक वजन होने से गठिया मरीजों को उठने और चलने में काफी दिक्कतें होती हैं, जिसकी वजह से वे एक्सरसाइज भी नहीं कर पाते। इसी समस्या को देखते हुए रिसर्च के लिए अधिक वजन वाले गठिया के 28 मरीज को शामिल किया गया। इन मरीजों के ब्रेकफास्ट, लंच व डिनर से लेकर दिन भर की खानपान की गतिविधियों की स्क्रीनिंग की गई। साथ ही नियमित कपालभाति और सांस से जुड़े कई अन्य व्यायाम भी कराए गये। इस दौरान किसी मरीज का खाना नहीं बंद किया गया, बल्कि खाने की कैलोरीज तय की गईं। भोजन व अन्य खानपान से शरीर को जितनी ऊर्जा मिलती है, उसके अनुपात में ऊर्जा खर्च करने की योग आदि गतिविधियों को शामिल किया गया।

मरीजों को मिली राहत

डॉ। संजीव रस्तोगी ने शोध में 125 किग्रा का गठिया रोगी भी शामिल है। जोड़ों में दर्द की वजह से यह रोगी खुद से खड़ा नहीं हो पाता था। खुद के दैनिक काम भी नहीं कर पाता था। तीन माह की निगरानी में इस रोगी का वजन घटकर 100 किग्रा के भीतर आ गया। जिसकी वजह से मरीज के जोड़ों के दर्द में राहत मिलने से वह दैनिक काम खुद से करने लगा है।