लखनऊ (ब्यूरो)। बलरामपुर अस्पताल में बर्न के मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी, क्योंकि विभाग में न केवल डॉक्टर वापस आ रहे हैं बल्कि अस्पताल प्रशासन ने शासन से दो सीनियर रेजिडेंट्स की भी मांग की है, ताकि विभाग को बेहतर तरीके से चलाया जा सके।

दो एसआर की डिमांड भेजी

बलरामपुर अस्पताल के बर्न विभाग में 10 बेडों का संचालन किया जा रहा है। यहां बड़ी संख्या में बर्न के मरीज आते हैं, लेकिन डॉक्टरों की कमी के चलते मरीजों को दूसरे अस्पताल रेफर कर दिया जाता है। वहीं, बीते साल यहां के एकलौते प्लास्टिक सर्जन डॉ। अतुल मेहरोत्रा का भी ट्रांसफर कर दिया गया था। जिसके बाद विभाग में एक भी प्लास्टिक सर्जन नहीं बचा था। विभाग को किसी तरह दूसरे सर्जन के सहारे चलाया जा रहा है। इस समस्या को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने दो सीनियर रेजिडेंट्स की डिमांड का प्रपोजल बनाकर भेजा है, ताकि विभाग को सुचारू रूप से चलाया जा सके।

डॉ। अतुल आ रहे वापस

सीएमएस डॉ। जीपी गुप्ता ने बताया कि विभाग को चलाने के लिए प्रपोजल भेजा गया है। इसके अलावा डॉ। अतुल, जिनका ट्रांसफर हो गया था, वह भी वापस आ रहे हैं। ऐसे में, विभाग को चलाने में बड़ी मदद मिलेगी और इसका सीधा फायदा बर्न के मरीजों को मिलेगा। अभी सर्जरी विभाग के डॉक्टरों की मदद से इस विभाग को चलाया जा रहा है। हमारा लगातार प्रयास है कि जल्द से जल्द एसआर मिल जाएं, तो विभाग को और बेहतर ढंग से संचालित किया जा सके।

डीएनबी की दो सीटें मिलीं

डॉ। जीपी गुप्ता ने आगे बताया कि इसके अलावा डीएनबी कोटे से अस्पताल को दो और सीटें मिली हैं, जो एनेस्थीसिया विभाग के लिए मिली है। ऐसे में, अस्पताल को एनेस्थीसिया के दो डॉक्टर और मिल जायेंगे। जिससे ऑपरेशन की संख्या में इजाफा किया जा सकेगा। इसका सीधा फायदा मरीजों को मिलेगा।