लखनऊ (ब्यूरो)। नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने अमृत सरोवर योजना के अंतर्गत रायबरेली रोड स्थित हैबतमऊ झील में कराए जा रहे सौंदर्यीकरण कार्य की स्थिति देखी। उन्होंने योजना में प्रस्तावित विकास कार्यों को जल्द से जल्द पूरा कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कान्हा उपवन का भी निरीक्षण किया और पशु आहार भंडारण की स्थिति देखी। वर्तमान समय में हैबतमऊ झील का सौंदर्यीकरण कराया जा रहा है। यहां फूड कोर्ट डेवलप करने के साथ ही सोलर पावर बैकअप, चिल्ड्रन प्ले एरिया, पाथवे, बाउंड्री वॉल, बेंच, टिकट काउंटर इत्यादि की व्यवस्था की जा रही है। योजना के अंतर्गत झील के पहले फेज में 5.05 हे। भूमि का विकास अमृत योजना अंतर्गत स्वीकृत 20.01 करोड़ रुपये से किया जाना प्रस्तावित है तथा सेकंड फेज में 2.50 हेक्टेयर भूमि का विकास कार्य 15वें वित्त आयोग से प्राप्त धनराशि 12 करोड़ रुपये से किया जाना प्रस्तावित है।

नाले की भी स्थिति देखी

नगर विकास मंत्री ने अभियंत्रण विभाग जोन 8 के अंतर्गत, एल्डिको द्वितीय होते हुए ओमेक्स के सामने से किला मोहम्मदी नाले से जुडऩे वाले नाले का निरीक्षण किया। नाले पर सफाई का कार्य चल रहा था। उन्होंने शहीद पथ के सर्विस रोड पर दोनों ओर बने आरसीसी नाले की दोबारा सफाई कराने एवं झाडिय़ां कटवाने के निर्देश दिए। यह नाला लगभग 2.10 किलोमीटर लंबा है, जो किला मोहम्मदी कच्चे नाले में मिलता है। किला मोहम्मदी नाले की लंबाई अनुमानत: 20 से 22 किलोमीटर है, जो सई नदी तक जाता है।

कान्हा उपवन भी पहुंचे मंत्री

नगर विकास मंत्री नादरगंज स्थित लखनऊ नगर निगम लखनऊ द्वारा संचालित गौशाला कान्हा उपवन पहुंचे। उन्होंने बाड़ों के भीतर और पूरे परिसर की साफ। सफाई व्यवस्था देखी। इसके बाद उन्होंने पशु आहार से जुड़े सभी गोदामों का निरीक्षण किया, जिसमें चार दिन का भूसा और चोकर स्टॉक मौके पर उपलब्ध मिला। उन्होंने निर्देश दिए कि कान्हा उपवन के गोवंश के लिए कम से कम एक साल के भूसे का भंडारण किया जाए। उन्होंने सभी बाड़ों के नजदीक खाली जगहों पर छायादार पौधे लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कान्हा उपवन में बन रहे गो उत्पाद जैसे गोनाइल, गो मूर्ति, गमले, हवन सामग्री, धूपबत्ती आदि को भी देखा और उत्पादों को ब्रांड बनाने एवं उसकी मार्केटिंग को व्यापक स्तर पर करने के निर्देश दिए। निरीक्षण में नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी, अपर नगर आयुक्त पंकज सिंह, अभय पांंडे एवं राकेश कुमार यादव, पशु कल्याण अधिकारी डॉ। अभिनव वर्मा, मुख्य अभियंता महेश वर्मा आदि मौजूद रहे।