लखनऊ (ब्यूरो)। कोविड के बाद अब मार्केट्स में पसरा सन्नाटा टूटता नजर आ रहा है। व्यापारियों के चेहरे पर फिर से मुस्कान लौटने लगी है। इसकी वजह यह है कि मार्केट्स में कस्टमर्स की भीड़ नजर आने लगी है। खास बात यह है कि कस्टमर्स का फुटफॉल एक या दो दिन के लिए नहीं है बल्कि अगले साल फरवरी माह तक देखने को मिलेगा। कस्टमर्स की भीड़ को देखते हुए व्यापारियों ने एक से बढ़कर एक ऑफर्स देने की भी तैयारी शुरू कर दी है। कुल मिलाकर एक बात साफ है कि इस महीने से लेकर फरवरी तक मार्केट्स में कारोबार की दृष्टि से खुशियों की बयार आने वाली है। पेश है अभिषेक मिश्र की स्पेशल रिपोर्ट
कोविड ने छीनी थी रौनक
पिछले तीन सालों से कोविड के असर की वजह से मार्केट्स में सन्नाटा था। दीपावाली हो या धनतेरस, दुकानों में कस्टमर्स नजर नहीं आते थे। जिसकी वजह से सभी तरह के कारोबार में खासी गिरावट देखने को मिली थी। लगातार कारोबार में आ रही गिरावट ने व्यापारियों की टेंशन बढ़ा दी थी।
इस साल बदली तस्वीर
अब कोविड का असर लगभग समाप्त हो चुका है। ऐसे में एक बार फिर से सभी तरह के मार्केट्स में कस्टमर्स का फुटफॉल बढऩे लगा है। करवाचौथ की बात करें तो मार्केट्स में कारोबार की दृष्टि से बेहतर उछाल आया है। अब धनतेरस, दीपावाली है, जिससे साफ है कि मार्केट्स में कस्टमर्स की संख्या पहले के मुकाबले ज्यादा बढ़ेगी। इस अनुमान से व्यापारी खासे खुश नजर आ रहे हैैं और बेहतर कारोबार की उम्मीद संजोये बैठे हुए हैैं।
कस्टमर्स को आकर्षित करने की कवायद
अब मार्केट्स में कस्टमर्स की संख्या बढ़ रही है, जिसे ध्यान में रखते हुए दुकानदारों की ओर से कई कदम उठाने की तैयारी की गई है, ताकि वे कस्टमर्स का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित कर सकें।
1-आकर्षक ऑफर्स-फेस्टिव सीजन में कई व्यापारियों की ओर से रेडीमेड गारमेंट्स, ज्वैलरी और बर्तन इत्यादि पर आकर्षक ऑफर्स दिए जा रहे हैैं। इसके साथ ही अधिक खरीदारी करने वाले कस्टमर्स के लिए गिफ्ट्स की भी व्यवस्था की गई है।
2-नया ऑर्डर मंगाया-बड़े व्यापारियों की ओर से नया ऑर्डर भी मंगा लिया गया है। जिससे कोई कस्टमर उनकी दुकान से खाली हाथ न लौटे। इसके साथ ही नये ऑर्डर में एक से बढ़कर एक वैरायटी पर भी फोकस किया गया है। यह कदम मुख्य रूप से गारमेंट सेक्टर की ओर से उठाया गया है। इसकी वजह भी साफ है कि दीपावली पर ज्यादातर खरीदारी कपड़ों की होती है, ऐसे में बच्चों से लेकर बुजुर्गों के लिए विशेष कलेक्शन रखा गया है।
3-रेट्स में राहत-कई व्यापारियों की ओर से अपने प्रोडक्ट्स में रेट्स में भी राहत दी गई है। हालांकि, रेट्स उनकी ओर से क्लीयर नहीं किए गए हैैं लेकिन इतना साफ है कि टोटल परचेसिंग के हिसाब से 7 से 10 प्रतिशत तक की राहत दी जा सकती है।
इन मार्केट्स में विशेष रौनक
1-रेडीमेड गारमेंट्स
2-ज्वैलरी मार्केट
3-बर्तन बाजार (धनतेरस के तहत)
पुराने व्यापारी भी लौटे
धनतेरस पर बर्तन बाजार में सबसे अधिक रौनक देखने को मिलती है। तीन सालों से यहां भी मामला फीका था लेकिन इस बार धनतेरस से 15 दिन पहले ही छोटे दुकानदारों से नए-नए बर्तन का स्टॉक कर लिया है। थोक व्यापारियों के लिए राहत की बात यह है कि दूसरे शहरों से बड़े व्यापारियों ने भी आना शुरू कर दिया गया है, जिससे साफ है कि इस बार धनतेरस पर बर्तन बाजार के व्यापारियों को खासी खुशी मिलने जा रही है।
फरवरी तक रहेगी रौनक
धनतेरस है फिर दीपावली और इसके बाद छठ। इतना ही नहीं, इसके बाद नवंबर-दिसंबर और फरवरी में काफी सहालग हैं, जिससे साफ है कि इस फेस्टिव सीजन का सीधा फायदा मार्केट्स को मिलने जा रहा है। इन त्योहारों को देखते हुए व्यापारी भी आश्वस्त हैैं कि इस बार मार्केट में अच्छा फ्लो रहेगा।
कोविड के बाद अब मार्केट्स में कस्टमर्स की भीड़ नजर आ रही है। अभी धनतेरस, दीपावाली और छठ भी है। जिससे साफ है कि आने वाले दिनों में मार्केट में कस्टमर्स की भीड़ बढ़ेगी। इसका सीधा फायदा व्यापारियों को मिलेगा।
-देवेंद्र गुप्ता, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, रेडीमेड गारमेंट्स एसोसिएशन
फेस्टिव सीजन में कस्टमर्स का बेहतर रिस्पांस सामने आ रहा है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में कस्टमर्स की संख्या और बढ़ेगी, जिसका सीधा फायदा कारोबार के ग्राफ को बढ़ाएगा। कह सकते हैैं कि कोविड के बाद इस साल मार्केट ग्रोथ करेगा।
-आदीश कुमार जैन, उपाध्यक्ष, चौक सर्राफा एसोसिएशन
इस बार बर्तन बाजार में धनतेरस से काफी पहले ही रौनक देखने को मिल रही है। दूसरे शहरों से भी व्यापारी आ रहे हैैं, जिससे साफ है कि इस बार धनतेरस पर अच्छा कारोबार होने की उम्मीद है। अगर कारोबार बेहतर रहा तो बर्तन व्यापारियों को खासी राहत मिलेगी।
-हरिश्चंद्र अग्रवाल, अध्यक्ष, लखनऊ मेटल मर्चेंट एसोसिएशन