लखनऊ ब्यूरो: विधान परिषद के स्थानीय निकाय चुनाव में लखनऊ-उन्नाव सीट पर भाजपा प्रत्याशी रामचंद्र प्रधान ने जीत दर्ज की है। भाजपा प्रत्याशी ने सपा के सुनील सिंह साजन को 3,088 मतों से मात दी है। रामचंद्र प्रधान को कुल 3488 वोट मिले, जबकि सुनील सिंह साजन को महज चार सौ मत ही प्राप्त हुए। मतगणना के दौरान कुल 88 मत निरस्त कर दिए गए।

समर्थकों ने मनाया जश्न

नौ अप्रैल को विधान परिषद के स्थानीय निकाय चुनाव संपन्न कराए गए थे। इस दौरान कुल 3,976 वोट पड़े थे। कलेक्ट्रेट परिसर में सोमवार सुबह आठ बजे से मतों की गणना शुरू की गई। करीब तीन घंटे तक चली मतगणना के बाद परिणाम सार्वजनिक हो गए और रामचंद्र प्रधान को विजेता घोषित कर दिया गया। डीएम अभिषेक प्रकाश ने भाजपा प्रत्याशी को जीत का प्रमाण पत्र सौंपा। इस दौरान कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर समर्थकों का जमावड़ा लगा रहा। समर्थक नारेबाजी कर जश्न मना रहे थे। समर्थकों ने विजयी प्रत्याशी को माला पहनाया और एक-दूसरे को गुलाल लगाकर खुशी जाहिर करते दिखे। सपा के सुनील सिंह साजन पूर्व में निर्विरोध चुने गए थे। तब प्रदेश में सपा की सरकार थी। इस बार भाजपा प्रत्याशी ने सपा प्रत्याशी को बड़े अंतर से शिकस्त दी है। भाजपा प्रत्याशी ने पार्टी के पदाधिकारियों का आभार जताते हुए कहा कि सुशासन की जीत हुई है।

एलयू में छात्र राजनीति से शुरू किया सफर

रामचंद्र प्रधान ने लखनऊ विश्वविद्यालय से राजनीति शुरू की थी। इसके बाद उन्होंने बसपा का दामन थाम लिया था। वह लखनऊ विश्वविद्यालय से छात्रसंघ के महामंत्री भी रह चुके हैं। वह लखनऊ के उन खास चेहरों में शामिल थे, जो बसपा से जुड़े थे। मायावती सरकार में भी उनका काफी दबदबा था और तब उन्हें विधान परिषद सदस्य बनाया गया था। यही नहीं, राज्यमंत्री का दर्जा भी उन्हें मिला था। हालांकि, वर्ष 2013 में रामचंद्र प्रधान ने बसपा का दामन छोड़ दिया और भाजपा में शामिल हो गए। समय के साथ भाजपा में भी उन्होंने मजबूत पकड़ बनाई।

मलिहाबाद के रहने वाले हैं प्रधान

रामचंद्र प्रधान मलिहाबाद के नई बस्ती धनेवा गांव के रहने वाले हैं और लंबे समय से गोमतीनगर में रहते हैं। रामचंद्र प्रधान के पिता किसान थे। रामचंद्र की कक्षा आठ तक की पढ़ाई गांव की ही प्राइमरी पाठशाला में हुई। इसके बाद वह पढ़ाई करने लखनऊ आ गए थे। बसपा सरकार में रामचंद्र प्रधान के छोटे भाई धर्मेंद्र प्रधान लखनऊ के जिला पंचायत अध्यक्ष चुने गए थे।