-दयाशंकर सिंह की बेटी व पत्‍‌नी पर आपत्तिजनक टिप्पणी से नाराज बीजेपी कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन

-राजभवन जाते समय रोके जाने पर पुलिस से भिड़े कार्यकर्ता, लाठीचार्ज

LUCKNOW: बीजेपी से निष्कासित दयाशंकर सिंह की बेटी व पत्‍‌नी पर अभद्र टिप्पणी से नाराज बीजेपी कार्यकर्ता शनिवार को सड़कों पर उतर आए। कार्यकर्ता नसीमुद्दीन सिद्दीकी और अन्य नेताओं की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। राजभवन की ओर बढ़ रहे बीजेपी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हजरतगंज चौराहे पर रोक दिया। जिस पर कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प भी हुई। नाराज कार्यकर्ताओं को खदेड़ने के लिये पुलिस को हल्का लाठीचार्ज भी करना पड़ा। जिसके बाद कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सौंपा। इसी तरह महानगर भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी कचहरी पर प्रदर्शन कर अपना रोष जाहिर किया और नसीमुद्दीन पर कार्रवाई की मांग की।

पुलिस से धक्का-मुक्की

शनिवार सुबह 11 बजे प्रदेश कार्यालय में इकट्ठा हुए बीजेपी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने क्षेत्रीय संगठन मंत्री बृजबहादुर, महामंत्री दिनेश तिवारी और बीजेपी के जिलाध्यक्ष रामनिवास यादव के नेतृत्व राजभवन की ओर कूच कर दिया। कार्यकर्ता 'बेटी के सम्मान में, भाजपा मैदान में', 'बेटी चाहे जिसकी हो, बेटी बेटी है', 'नसीमुद्दीन सिद्दीकी को बर्खास्त करो और गिरफ्तार करो' जैसे नारे लगा रहे थे। कार्यकर्ता जैसे ही हजरतगंज चौराहे पर पहुंचे, पहले से बैरिकेडिंग कर खड़े पुलिसकर्मियों ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया। जिस पर कार्यकर्ता भड़क उठे और उन्होंने पुलिसकर्मियों से धक्का-मुक्की शुरू कर दी।

लाठीचार्ज कर खदेड़ा

कार्यकर्ताओं और पुलिसकर्मियों की भिड़ंत से चौराहे पर अफरातफरी मच गई। हालात बेकाबू होता देख पुलिस ने कार्यकर्ताओं पर लाठियां भांजनी शुरू कर दीं। इस लाठीचार्ज में आधा दर्जन कार्यकर्ताओं के चोटिल होने की खबर है। हालांकि, हालात सामान्य होने के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं ने एसीएम-1 को राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में नसीमुद्दीन सिद्दीकी व आपत्तिजनक नारेबाजी करने वाले बीएसपी नेताओं व कार्यकर्ताओं की अरेस्टिंग की मांग की गई थी। वहीं, बीजेपी लखनऊ महानगर इकाई ने नगर कार्यालय से कलेक्ट्रेट तक पैदल मार्च कर प्रदर्शन किया।

फौरन हो गिरफ्तारी

इस मौके पर बीजेपी के महानगर अध्यक्ष मुकेश शर्मा ने कहा कि 21 जुलाई को जिस तरीके से दयाशंकर की बेटी व पत्‍‌नी के लिये अभद्र भाषा का प्रयोग कर नारी सम्मान की धज्जियां उड़ाई गई, उसकी बीजेपी कड़ी भ‌र्त्सना करती है। साथ ही दयाशंकर द्वारा दिये गए बयान की भी पार्टी उतने ही पुरजोर ढंग से भ‌र्त्सना करती है। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने आपत्तिजनक बयान देने के फौरन बाद दयाशंकर पर कार्रवाई की। लेकिन, मायावती तो नसीमुद्दीन की करतूत को उचित ठहरा रही हैं। अच्छा होता कि वे भी उन्हें पार्टी व विधानमंडल दल के नेता के पद से निष्कासित करतीं। इस मौके पर बीजेपी युवा मोर्चा के प्रदेश महामंत्री अभिजात मिश्र, मान सिंह, कुमकुम राजपूत, नीलम तिवारी, अवधेश गुप्ता समेत सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।