लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी लखनऊ स्थित श्यामा प्रसाद मुखर्जी हास्पिटल सिविल के पोस्टमार्टम हाउस में शव को सील करने के लिए कर्मचारी द्वारा रिश्वत मांगे जाने के मामले की जांच की जाएगी। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने इस मामले को काफी गंभीरता से लिया है और अस्पताल के निदेशक को इस मामले की जांच के आदेश दिये हैं। निदेशक से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है।

जल्द मांगी जांच रिपोर्ट

आरोप है कि रविवार को सिविल हॉस्पिटल की मच्र्यूरी में शव को सील करने के एवज में कर्मचारी ने पीडि़त परिवार के सदस्यों से 800 रुपये की मांग की थी। जिस पर परिजनों ने अस्पताल परिसर में काफी हंगामा किया था। काफी मन्नतों के बाद 150 रुपये देकर मामला छूटा था।

कठोर कार्रवाई की जाए

इसी प्रकरण पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने प्रकरण पर सख्त रुख अख्तियार किया है। उन्होंने कहा कि संवेदनशील मसले की जांच कर दोषी कर्मचारी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाये। मंगलवार शाम तक आख्या भी उपलब्ध कराई जाये। साथ ही निदेशक सिविल द्वारा उनके पर्यवेक्षणीय दायित्व शिथिल होने के दृष्टिगत स्पष्टीकरण मांगा गया है।

जल्द सौंपी जाएगी जांच रिपोर्ट

वहीं, सिविल अस्पताल के निदेशक डॉ। नरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि मामले को लेकर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक की ओर से जांच के आदेश मिले हैं। मामले को लेकर जांच कराकर रिपोर्ट जल्द सौंप दी जायेगी।

कोविड संक्रमित नहीं मिला

सोमवार का दिन स्वास्थ्य विभाग के लिए राहत भरी खबर लेकर आया है। जहां, कोरोना का एक भी संक्रमित व्यक्ति नहीं मिला है। वहीं, 3 व्यक्ति कोविड संक्रमण से स्वस्थ हुए। जनपद में कोविड एक्टिव केसों की संख्या 6 रह गई है। सीएमओ डॉ। मनोज अग्रवाल के मुताबिक कोविड से बचाव के लिए मास्क पहने और भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचें। कोरोना से डरे नहीं बल्कि सर्तक रहें।