- घटना के बाद कार में बुरी तरह से दब गए थे कार सवार पांच लोग

- कार की बॉडी काटकर घायलों को बाहर निकाला गया

- घायलों की मदद के लिए बुलानी पड़ी एसडीआरएफ की टीम

LUCKNOW : पीजीआई स्थित शहीद पथ पर मजदूरों को लेकर जा रही डबल डेकर बस ने कार को पीछे से टक्कर मार दी, जिससे कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। हादसे में तीन महिलाएं, एक किशोरी और ड्राइवर अंदर ही फंस गये। मौके पर पहुंची पुलिस ने एसडीआरएफ की मदद से घायलों को बाहर निकाला और अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने दो महिलाएं, एक किशोरी और ड्राइवर को मृत घोषित कर दिया है। एक महिला की हालत नाजुक बनी हुई है। घटना के बाद भीषण जाम लगने पर पुलिस को रूट डायवर्ट करना पड़ा।

डबल डेकर बस ने मारी टक्कर

डीसीपी ईस्ट चारु निगम ने बताया कि स्विफ्ट डिजायर कार में तीन महिलाएं और एक किशोरी समेत ड्राइवर मौजूद था। सभी बाराबंकी के रहने वाले बताए जा रहे हैं। वह शुक्रवार को दवा लेने के लिए आए थे। वापस लौटते समय शाम करीब 4.30 बजे शहीद पथ पर एमटी कॉलेज के सामने आगे चल रहे ट्रक के चालक ने अचानक ब्रेक लगा दिया। इससे कार ड्राइवर ने भी ब्रेक लिया। तभी राजस्थान की डबल डेकर बस नंबर आरजे-18- पीबी 2100 ने कार में टक्कर मार दी। बस में 85 मजूदर सवार थे। बस समस्तीपुर बिहार जा रही थी।

घिसटती चली गई कार

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। वहीं कार सवार अंदर ही बुरी तरह से दब गए थे। घटना के बाद बस चालक बस समेत मौके से भागने का प्रयास करना लगा, लिहाजा कार बस में फंस कर काफी दूर तक घिसटते चली गई। घटना के बाद मौके पर हड़कंप मच गया। देखते ही देखते हाईवे पर भीषण जाम लग गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आनन फानन में बचाव कार्य शुरू कर, लेकिन सभी घायल कार के अंदर दबे होने के कारण पुलिस काफी देर तक परेशान रही।

एसडीआरएफ से ली गई मदद

डीसीपी ने बताया कि कार सवारों की जान बचाने के लिए घटना की सूचना तत्काल एसडीआरएफ को दी गई। एसडीआरएफ की 20 सदस्यी टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद घायलों को बाहर निकाल कर अस्पताल लेकर गई, जहां डॉक्टरों ने दो महिला, एक किशोरी और ड्राइवर को मृत घोषित कर दिया। डीसीपी ने बताया कि मृतकों में जौली देवा बाराबंकी निवासी ड्राइवर राजनारायण (38), माया देवी (56), राज नारायण की नाबालिग बेटी व एक अन्य महिला शामिल है।

तो बची गई पूनम की जान

हादसे में जौली गांव जिला बाराबंकी निवासी पूनम (35) जो गंभीर रूप से घायल हो गई थी। उसे जब तक कार से निकाला जा रहा था तब तक एंबुलेंस के ड्राइवर सत्येंद्र पांडेय उसका प्राथमिक उपचार लगभग 2 घंटे तक किया, जिससे गंभीर रूप से घायल महिला की जान बचाई जा सकी। मौके पर मौजूद सभी लोगों ने ड्राइवर सत्येंद्र पांडेय की सराहना की।