लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में कोरोना का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। अचानक संक्रमितों की संख्या में तेजी देखने को मिल रही है। रविवार को 87 कोविड पॉजिटिव मरीज पाये गये, जिसमें 53 पुरुष एवं 34 महिला मरीज हैं। वहीं, 65 मरीजों ने कोरोना को मात भी दी है। राजधानी में इस वक्त कोरोना के 505 एक्टिव केस मौजूद हैं।

यहां मिले कोरोना संक्रमित

राजधानी के पॉश और बार्डर एरिया में कोरोना मरीजों का मिलना लगातार जारी है। कोरोना के सर्वाधिक 15-15 संक्रमित आलमबाग और अलीगंज इलाके में मिले, जबकि रेडक्रास में 10, चिनहट में 9, सरोजनीनगर में 9, इंदिरानगर में 7, सिल्वर जुबली में 8, गोसाईगंज में 4, एनके रोड में 3, टूडियागंज में 2 और ऐशबाग में एक कोविड पॉजिटिव मरीज मिला। संक्रमित मिले मरीजों में 9 की कांटेक्ट और 12 की ट्रेवल हिस्ट्री मिली है। दूसरों राज्यों से आए संक्रमितों का सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है। इसके अलावा सर्जरी से पहले जांच में 4 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।

हल्के लक्षण के मामले बढ़े

राजधानी में एक बार फिर हल्के लक्षण आने पर जांच कराने वालों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है, जहां 23 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ। मिलिंद वर्धन के मुताबिक, पूरे देश में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। राहत की बात यह है कि किसी में कोरोना का कोई नया वेरिएंट नहीं मिला है। इस समय करीब 30 फीसदी लोगों में हल्के लक्षण जैसे बुखार, गले में खराश या डायरिया आदि देखने को मिल रहे हैं। राहत की बात यह है कि संक्रमण फेफड़ों पर असर नहीं कर रहा है। संक्रमितों में पहले के मुकाबले ऑक्सीजन सेचुरेशन कम नहीं हो रहा। हल्के लक्षण की वजह से 5-7 दिनों में मरीज ठीक भी हो जा रहे हैं।

बजट के अभाव में फंसी आरआरटी टीम की तैनाती

राजधानी में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान टेस्टिंग की संख्या बढऩे पर बड़ी संख्या में आउटसोर्सिंग पर डॉक्टर्स, नर्स व लैब टेक्नीशियन आदि रखे गये थे। पर तीसरी लहर में मरीजों की संख्या कम होने पर इनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई थीं, जिसके बाद टेस्टिंग की जिम्मेदारी सरकारी अस्पतालों और सीएचसी व पीएचसी कर्मियों को दी गई है। पर एक बार फिर मरीजों की संख्या में आ रही तेजी को देखते हुए आउटसोर्सिंग पर टीम रखने की बात चल रही है। हालांकि, बजट के अभाव ने विभाग के हाथ बांध रखे हैं। ऐसे में, रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) टीम की कमी बनी हुई है। सीएमओ प्रवक्ता योगेश रघुवंशी के मुताबिक, सरकार द्वारा दिए गए नियम के अनुसार काम हो रहा है। बजट के अनुसार टीम बढ़ाई जाएगी।