लखनऊ (ब्यूरो)। आने वाले समय में केजीएमयू का और विस्तार किया जाएगा। जहां नए विभाग समेत कई अन्य विभागों में बेडों की संख्या को बढ़ाया जाएगा। खासतौर पर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की जाएगी। जहां जन्मजात रेयर बीमारियों के लिए अलग से वार्ड तैयार किया जाएगा, ताकि मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा दी जा सके।

सेंटर ऑफ एक्सीलेंस खुलेगा

मंडलायुक्त की अध्यक्षता में हुई बैठक में केजीएमयू के विस्तार के लिए ट्रॉमा सेंटर के सामने शिक्षा विभाग की जमीन देने का काम चल रहा है। करीब साढ़े चार एकड़ भूमि पर केजीएमयू अपना विस्तार करेगा। वीसी डॉ। बिपिन पुरी के मुताबिक, जगह मिलने के बाद आगे की प्लानिंग की जायेगी। जिसके तहत चार बहुमंजिला टॉवर बनाए जाएंगे। दो टॉवर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस विभागों के लिए होंगे। इसमें ऐसे विभाग खोले जाएंगे जो अभी केजीएमयू में नहीं हैं या छोटे स्तर पर संचालित हो रहे हैं।

ये विभाग होंगे संचालित

वहीं, अभी मेडिसिन विभाग के मरीज विभिन्न जगहों पर भर्ती किए जा रहे हैं। ऐसे में यहां पर एक छत के नीचे मेडिसिन विभाग संचालित होगा। इसके अलावा सर्जरी विभाग के लिए भी अलग टावर बनेगा। इसमें ऑपरेशन थिएटर, पोस्ट ऑपरेशन थिएटर और आईसीयू जैसी सुविधा होगी। उन्होंने बताया कि भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद भवन निर्माण का खाका तैयार किया जाएगा, ताकि जल्द से जल्द काम शुरू हो सके।

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जले हिस्से पर न करें बर्फ का इस्तेमाल

गर्म पानी, दूध व चाय आदि से जलने पर प्रभावित हिस्से को नल के पानी में या साफ पानी की बाल्टी में 15-20 मिनट तक डुबा कर रखें। जले हिस्से पर बर्फ बिलकुल भी न लगाएं। बिजली-करंट की वजह से जलने पर, जले हुए भाग पर चिपके कपड़े, ज्वेलरी आदि को बेहद सावधानीपूवर्क निकाल लें। इसके बाद उसे साफ कपड़े, कंबल या चादर से कवर कर दें और सांस लेने के लिए मुंह का हिस्सा खुला रहने दें और जले हुए व्यक्ति को तत्काल नजदीकी अस्पताल ले जाएं। यह जानकारी शनिवार को केजीएमयू में विश्व प्लास्टिक दिवस के अवसर पर विभाग के हेड डॉ। विजय कुमार ने दी। इस दौरान डॉ। नव्या ने पोषण, डॉ। संध्या ने बर्न रोकथाम, डॉ। रवि गुप्ता ने अस्पताल में आने से पहले की जाने वाली सावधानियों के बारे में विस्तार से बताया।