- 25 जून 2016 स्मार्ट सिटी मिशन इनॉग्रेशन
- 99 शहर कुल चयनित पूरे देश से
- 382 करोड़ धनराशि मिली लखनऊ को
- 5 वर्ष कुल समयावधि स्मार्ट सिटी की
- 25 जून 2020 को योजना के 4 साल पूरे
- सीईओ खफा, लापरवाही बरतने वाले किए जा रहे चिंहित
- अगले तीन से चार दिन के अंदर होगी कार्रवाई
LUCKNOW: एक तरफ जहां नगर आयुक्त की ओर से शहर को स्वच्छता की पटरी पर लाने की कवायद की जा रही है। वहीं दूसरी तरफ स्मार्ट सिटी के सीईओ के रूप में भी उन्होंने प्रोजेक्ट्स की समीक्षा भी शुरू कर दी है। अभी तक प्रोजेक्ट्स की समीक्षा में यह बात साफ हो चुकी है कि कहीं न कहीं लापरवाही की गई है, जिससे स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स में रफ्तार नहीं आ सकी है। पहले तो उनकी ओर से हर प्रोजेक्ट में रफ्तार लाने के निर्देश दिए गए हैं, वहीं दूसरी तरफ उन्होंने साफ कर दिया है कि ऐसे लोगों को चिन्हित किया जा रहा है, जिनकी वजह से स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स रफ्तार नहीं पकड़ सके हैं। उन्होंने संकेत दिए हैं कि अगले तीन चार दिन के अंदर ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
हर प्रोजेक्ट की स्टडी
सीईओ ने स्मार्ट सिटी में शामिल हर एक प्रोजेक्ट की खुद स्टडी करना शुरू किया है। अभी तक की स्टडी में साफ हो गया है कि कुछ प्रोजेक्ट्स अभी तक पूरे हो जाने चाहिए थे। उन्होंने माना है कि जिम्मेदारों के लापरवाही पूर्ण रवैये के कारण प्रोजेक्ट्स का लाभ जनता को नहीं मिल पा रहा है।
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इनकी रफ्तार धीमी
हेल्थ एटीएम
कैसरबाग में सीवर.वाटर लाइन
स्मार्ट पार्किंग
पैलिकन क्रासिंग
स्मार्ट रोड्स आदि
एक साल से कवायद
हेल्थ एटीएम, स्मार्ट पार्किंग आदि प्रोजेक्ट्स शुरू करने के लिए एक साल से कवायद की जा रही है, लेकिन अभी तक इन सुविधाओं को शुरू नहीं किया जा सका है। वहीं कैसरबाग में वाटर लाइन के लिए टेंडर भी किए गए, लेकिन अभी रफ्तार मिलती नजर नहीं आ रही है।
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जनता को इंतजार
जनता पिछले चार साल से स्मार्ट सिटी के बारे में सुन रही है। राजधानी में स्मार्ट सिटी में शामिल कुछ प्रोजेक्ट्स जैसे स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल, ऑटोमैटिक साइन बोर्ड पर तो काम हुआ, लेकिन कई अन्य प्रोजेक्ट्स शुरू न होने से जनता को इनका लाभ नहीं मिल पा रहा है।
वर्जन
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स की समीक्षा के बाद यह तस्वीर साफ हो गई है कि कई प्रोजेक्ट्स समय से पूरे नहीं हो पाए हैं। इसके लिए जिम्मेदार लोगों पर अगले तीन से चार दिन के अंदर कार्रवाई की जाएगी।
अजय कुमार द्विवेदी, सीईओ, स्मार्ट सिटी लखनऊ