लखनऊ (ब्यूरो)। एक तरफ जहां भवन स्वामी समय से हाउस टैक्स जमा नहीं कर रहे हैैं, वहीं दूसरी तरफ जब नगर निगम सख्ती कर रहा है तो आनन-फानन में हाउस टैक्स जमा करने के लिए चेक तो थमा रहे हैैं, लेकिन वे बाउंस हो रहे हैं। यह स्थिति नगर निगम के सभी आठ जोन में सामने आई है। सबसे अधिक चेक बाउंस होने के मामले जोन सात (इंदिरानगर) और जोन चार (गोमतीनगर) में सामने आये हैं। वहीं, जोन एक (हजरतगंज) में भी 70 से अधिक चेक बाउंस हुए हैं, जिसकी कुल धनराशि करीब एक करोड़ है। इसी तरह अन्य जोन में भी चेक बाउंस संबंधी केस सामने आए हैैं। जिसके चलते निगम प्रशासन की ओर से चेक बाउंस कराने वाले भवन स्वामियों के खिलाफ कड़ा एक्शन लेने का निर्णय लिया गया है।

कई बार दी जाती है नोटिस

नगर निगम की ओर से हाउस टैक्स जमा न करने वाले भवन स्वामियों को कई बार नोटिस दी जाती है। इसके बावजूद दो लाख से अधिक भवन स्वामियों की ओर से नियमित रूप से टैक्स जमा नहीं किया जाता है। जिसकी वजह से निगम प्रशासन को राजस्व संबंधी नुकसान होता है। वहीं, चेक बाउंस होने की स्थिति में निगम प्रशासन के सामने बड़ी चुनौती आकर खड़ी हो जाती है। पहले भी अक्सर देखने में आया है कि हाउस टैक्स जमा करने के नाम पर भवन स्वामियों की ओर से दी जाने वाली ज्यादातर चेक बाउंस हो जाती हैैं।

इस तरह हुए चेक बाउंस

जोन बाउंस चेक बाउंस चेक की धनराशि

जोन-1 71 1 करोड़

जोन-2 47 26 लाख 41 हजार

जोन-3 68 49 लाख 77 हजार

जोन-4 142 1 करोड़ 32 लाख 23 हजार

जोन-5 39 32 लाख 63 हजार

जोन-6 98 52 लाख 39 हजार

जोन-7 262 2 करोड़ 1 लाख 41 हजार

जोन-8 145 1 करोड़ 52 लाख 38 हजार

योग 872 7 करोड़ 47 लाख 71 हजार

जारी की गई अंतिम नोटिस

जिन भवन स्वामियों के चेक बाउंस हुए हैैं, अब उन्हें नगर निगम प्रशासन की ओर से अंतिम नोटिस जारी की गई है। नोटिस के माध्यम से भवन स्वामियों को सूचित किया गया है कि बाउंस हुई चेक के सापेक्ष अपना हाउस टैक्स का भुगतान क्षतिपूर्ति शुल्क के साथ तत्काल जमा करें अन्यथा नगर निगम लखनऊ द्वारा निगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स एक्ट 1881 की सुसंगत धाराओं के अधीन समुचित विधिक कार्यवाही की जायेगी। जिसका सभी उत्तरदायित्व संबन्धित भवन स्वामी का होगा।

तत्काल जमा करें हाउस टैक्स

निगम प्रशासन ने अपील की है कि सभी भवन स्वामी समय से अपना हाउस टैक्स जमा कराएं। इसके साथ ही जिन भवन स्वामियों ने अभी तक टैक्स असेसमेंट नहीं कराया है, वो भी संबंधित जोन कार्यालय में असेसमेंट संबंधी आवेदन करके अपने मकान का असेसमेंट कराकर हाउस टैक्स जमा करा दें। भवन स्वामियों को ऑनलाइन हाउस टैक्स जमा करने संबंधी सुविधा भी दी गई है। हालांकि, जब से यह सुविधा शरू हुई है, करीब 25 फीसदी भवन स्वामियों ने ऑनलाइन मोड के माध्यम से अपना हाउस टैक्स जमा कराया है।

लगातार हो रही समीक्षा

नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह की ओर से लगातार हाउस टैक्स को लेकर समीक्षा की जा रही है। उनकी ओर से जोनवार जमा हाउस टैक्स के आंकड़ों को देखा जा रहा है। उनकी ओर से निर्देश दिए गए हैैं कि जोनवार जो हाउस टैक्स का लक्ष्य रखा गया है, उसे जमा कराया जाए। इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही न हो। उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैैं कि जो भवन स्वामी टैक्स नहीं जमा कर रहे हैैं, उनके यहां टीम जाए और भवन स्वामी को टैक्स जमा करने के लिए जागरूक करें। भवन स्वामियों को बताया जाए कि समय से हाउस टैक्स जमा करने के क्या फायदे हैैं। उन्हें यह भी बताया जाए कि अगर वे समय से टैक्स जमा नहीं करते हैैं तो उनके खिलाफ क्या एक्शन लिया जा सकता है।