लखनऊ (ब्यूरो)। कहावत है कि कानून के हाथ बहुत लंबे होते हैं, यह लखनऊ पुलिस ने साबित भी कर दिया। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में 14 दिसंबर को एक हाई प्रोफाइल मर्डर केस के आरोपी को लखनऊ पुलिस ने नेपाल भागते समय काकोरी इलाके में दबोच लिया। उसे छत्तीसगढ़ पुलिस के सुपुर्द कर दिया। महज दो घंटे चले ऑपरेशन में साइबर क्राइम सेल व क्राइम ब्रांच की मदद से घेराबंदी कर आरोपी को उसके साथी के साथ पकड़ा गया।

छत्तीसगढ़ पुलिस ने मांगी थी मदद

छत्तीसगढ़ की बिलासपुर पुलिस ने रात 12 बजे लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट के अफसरों को कॉल कर एक हाई प्रोफाइल मर्डर केस के आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए मदद मांगी थी। रात 12 बजे एक टीम तैयार की गई, जिसमें साइबर क्राइम सेल प्रभारी, क्राइम ब्रांच व काकोरी पुलिस की संयुक्त टीम बनाई गई। आरोपी दिल्ली से नेपाल जाने के निकला था। पुलिस ने उसे काकोरी हाईवे के पास घेराबंदी कर गिरफ्तार किया। पकड़ा गया आरोपी छत्तीसगढ़ के बिलासपुर सकरी थाना निवासी कपिल त्रिपाठी और सुमित निर्मलकर बताए जा रहे है।

सौतेले भाई की कराई थी हत्या

बिलासपुर सकरी थाना क्षेत्र में रहने वाले कपिल त्रिपाठी पर सौतेले भाई संजू त्रिपाठी की हत्या कराने का आरोप है। 14 दिसंबर को संजू की पत्नी किरन त्रिपाठी ने नामजद एफआईआर कराई थी। किरन त्रिपाठी हायर सेकेंडरी बेलतरा स्कूल में टीचर हैं और उनके पति संजू प्रापर्टी डीलर थे। 14 दिसंबर को संजू की कार से सकरी बायपास रोड पर उनकी खून से सनी डेडबॉडी मिली थी। उनके सिर व शरीर पर कई जगह गोलियां मारी गई थीं। पत्नी किरन ने आरोप लगाया था कि उनका सौतेले भाई कपिल त्रिपाठी से पैतृक जमीन को लेकर विवाद चल रहा था और उसने ही उनके पति की हत्या कराई है।

पकड़ से निकल गया था आरोपी

सूत्रों के मुताबिक, हत्यारोपी कपिल त्रिपाठी छत्तीसगढ़ पुलिस की पकड़ से निकल गया था और दिल्ली में शरण लिए हुए था। उसकी लोकेशन दिल्ली मिलने पर छत्तीसगढ़ पुलिस ने दिल्ली पुलिस से भी मदद मांगी थी, लेकिन दिल्ली पुलिस जब तक उसके दबोचती वह दिल्ली से निकलकर नेपाल जाने के लिए फरार हो गया। हालांकि, नेपाल पहुंचने से पहले ही लखनऊ पुलिस ने उसे काकोरी इलाके से दबोच लिया और छत्तीसगढ़ पुलिस के सुपुर्द कर दिया।