लखनऊ (ब्यूरो)। कृष्णानगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत रहने वाले एक 10वीं के छात्र ने सोमवार रात घर में फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। घटना को छात्र ने उस वक्त अंजाम दिया, जब वह मोबाइल पर किसी युवती से बात कर रहा था। मृतक की पहचान वरिगवां निवासी सत्यम वर्मा (16) के रूप में हुई है। वहीं, मृतक की पिता की शिकायत पर पुलिस ने युवती और उसके पिता रामअवतार व मां जमुना के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा में केस दर्जकर जांच शुरू कर दी है।

मोबाइल पर बात करते लगाया फंदा

सत्यम के पिता गौरी शंकर ने बताया कि उनका बेटा सत्यम मोहनलालगंज स्थित अपनी नानी के घर रहकर एक सरकारी स्कूल में पढ़ाई करता था। बीती रात घर में खाना खाने की तैयारी चल रही थी। रात करीब 9.30 बजे वह घर से मार्केट दही लाने चला गया, लौटकर वापस आया तो सभी एक साथ बैठे थे। तभी उसके मोबाइल पर घंटी बजी और वह बात करते हुए कमरे के बाहर चला गया। थोड़ी देर बाद उसे खाने के लिए बुलाया गया तो उसकी कोई आवाज नहीं आई। नीचे कमरे में जाकर देखा गया तो वह पंखे से फंदा लगाकर लटका हुआ था। आनन-फानन में उसे नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहंा डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

मोबाइल चेक करने पर खुलासा

शिकायतकर्ता ने बताया कि जब सत्यम का मोबाइल चेक किया गया तो उसके मोबाइल पर एक नंबर आया, जो उनके दूर के रिश्तेदार का था। उन्होंने आरोप लगाया कि राम अवतार, जमुना और उनकी बेटी की वजह से सत्यम ने आत्महत्या की। शिकायतकर्ता गौरी शंकर का आरोप है कि पुलिस कार्यवाही को लेकर कोताही बरत रही है। वहीं, कृष्णानगर पुलिस सत्यम का मोबाइल कब्जे में लेकर मामले की छानबीन में जुट गई है।

बच्चों से करें बात

केजीएमयू में साइकियाट्रिक विभाग के डॉ। आदर्श त्रिपाठी ने बताया कि सुसाइड केस में अक्सर देखा गया है कि छोटी-छोटी बातों पर लोग यह कदम उठा लेते हैं। इसमें बच्चे भी बड़ी संख्या में शामिल होते हैं। पैरेंट्स बच्चों के हाथ में मोबाइल दे रहे हैं तो उसे चेक भी करते रहें। अगर बच्चा गलत संगत में जा रहा है, तो उसकी आदत छुड़ाएं और उससे बात करने की कोशिश करें।