सीएम झूठ बोल रहे: शिवपाल

LUCKNOW : सोमवार को समाजवादी पार्टी की मीटिंग का अंत मंच पर धक्का-मुक्की और हंगामे से हुआ। विवाद का गुस्सा एमएलसी आशु मलिक पर फूटने वाला ही था कि मुख्यमंत्री ने उनको गाड़ी में बैठाया और अपने आवास लेकर चले गये। असल में मुलायम ने कहा कि कई मुसलिमों ने उन्हें लेटर लिखा है कि मुख्यमंत्री से मुसलमान नाराज है। इतना कहते ही अखिलेश यादव ने कहा कि किसने लेटर लिखा उसका नाम बताइये।

अखिलेश और शिवपाल में तकरार

मुख्यमंत्री ने माइक थामा और कहा कि मैं पूरी पार्टी के नेताओं सामने एक बात कहना चाहता हूं। यह आशु मलिक है, यह जानता होगा कि अमर सिंह ने मेरे बारे में लिखवाया कि मैं औरंगजेब हूं और नेताजी शाहजहां हैं। अंग्रेजी अखबार के पहले पेज पर छपवाया। इसी बीच शिवपाल ने मुख्यमंत्री से माइक छीन लिया और बोले कि यह झूठ है। मुख्यमंत्री झूठ बोल रहे हैं। इसी बीच आशु मलिक मुख्यमंत्री के पीछे पहुंच गये और शिवपाल और अखिलेश के बीच-बीच बचाव करने लगे। मुख्यमंत्री ने आशु मलिक को झटके से पीछे किया तो मुख्यमंत्री के सुरक्षा कर्मियों ने आशु को मंच से नीचे कर दिया। कुछ युवा नेता आशु मलिक पर टूट पड़े। इसके बाद गुस्से में मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर नहीं बोलने देना है, नहीं सुनना है तो मैं जा रहा हूं और गुस्से में मंच से उठकर चल दिये।

गाड़ी में बिठा कर ले गये मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने अपने सुरक्षाकर्मियों को निर्देश दिये कि वह आशु मलिक को लेकर आयें। सुरक्षा कर्मी आशु मलिक को बचा कर अखिलेश के पास ले आये, जिन्हें लेकर मुख्यमंत्री आवास चले गये। वहीं आक्रोशित अखिलेश समर्थकों ने आशु मलिक के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। ।

पवन पांडेय ने की मेरे संग मारपीट

आज मुख्यमंत्री ने मेरी जान बचाई। मुख्यमंत्री ना होते तो शायद आज मैं यहां नहीं होता। पांच कालिदास मार्ग से वापस आने के बाद आशु मलिक ने मीडिया के सामने यह बातें कहीं। उन्होंने कहा कि आधा सच पूरे झूठ से ज्यादा खतरनाक होता है। पूरा घटनाक्रम यह था कि मुख्यमंत्री ने उन्हें एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के बारे में नेता जी को बताने के लिए बोला था। बात पूरी नहीं हो पायी थी तभी शिवपाल जी ने माइक ले लिया। नेता जी जिस लेटर की बात कर रहे थे उसका मुझसे कोई संबंध नहीं। मैं नेता जी का वफादार हूं, लेकिन अखिलेश का विरोधी नहीं। हम आग को शांत करना चाहते हैं।

पवन पांडेय ने की मारपीट

आशु मलिक ने कहा कि सरकार में मंत्री पवन पांडेय ने उनके साथ मुख्यमंत्री आवास में मारपीट की। हालांकि उन्होंने साफ किया कि जिस वक्त यह घटना हुई उस समय मुख्यमंत्री मौजूद नहीं थे। आशु मलिक ने यह भी कहा कि वह पवन पांडेय के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायेंगे।