- आतंकी की मां बोली, कभी नहीं देखी संदिग्ध गतिविधियां

- खदरा में मिनहाज से हुई थी मसीरुद्दीन की मुलाकात

LUCKNOW :

एटीएस ने मोहिबुल्लापुर से गिरफ्तार किए गए आतंकी मसीरुद्दीन के घर से भी अ‌र्द्धनिर्मित कुकर बम बरामद किया था। मसीरुद्दीन को रविवार सुबह 11 बजे एटीएस ने उसके घर से पकड़ा था। इस दौरान उसके परिवारजन भी मौजूद थे। सभी को एटीएस मडि़यांव थाने लेकर गई थी। करीब 45 मिनट तक थाने में पूछताछ की गई। इसके बाद मसीरुद्दीन को एटीएस साथ लेकर चली गई और उसके घरवालों को वापस भेज दिया गया।

मसीरुद्दीन के घर पर सोमवार को सन्नाटा पसरा था। अ‌र्द्धनिर्मित मकान में आतंकी की मां, पत्‍‌नी और बच्चे मौजूद थे। मसीरुद्दीन की मां शाहजहां बानो ने बताया कि उन्होंने कभी भी बेटे को संदिग्ध गतिविधियों में शामिल नहीं देखा। वह ई-रिक्शा चलाकर परिवार का भरण पोषण करता था। आतंकी का परिवार पहले खदरा में रहता था। बाद में उसने नौबस्ता में प्लाट खरीदा और वहां रहने लगा। परिवारजन का कहना है कि मिनहाज से मसीरुद्दीन की मुलाकात खदरा में हुई थी। हालांकि उन्हें मिनहाज की गतिविधियों के बारे में भी कुछ नहीं पता था। परिवारजन मसीरुद्दीन को बेकसूर बता रहे हैं। आतंकी के परिवार में पत्‍‌नी सईदा, बेटी जैना, जेबा, जोया और चार साल का बेटा मुस्तकीम हैं। जेबा को शुगर है, जिसे इंसुलिन दिया जाता है। घरवालों का कहना है कि पुलिस उनके घर में रखा कुकर साथ लेकर गई थी। मसीरुद्दीन के पकड़े जाने के बाद मोहल्ले वाले भी दंग हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्हें कभी भी उस पर शक नहीं हुआ। मसीरुद्दीन लोगों से कम बात करता था। मडि़यांव पुलिस ने भी आतंकी के पकड़े जाने के बाद क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी है और संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

फरार आतंकियों की तलाश जारी

आतंकियों के पकड़े जाने के बाद लखनऊ पुलिस अलर्ट है। सोमवार को भी पुलिस ने अलग अलग इलाकों में चेकिंग अभियान चलाया। संदिग्धों से पूछताछ की गई। हालांकि फरार आतंकियों का कोई सुराग नहीं मिला। आशंका जताई जा रही है कि फरार आतंकी और उनके साथी कानपुर में छिपे हैं। पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने मिनहाज और मसीरुद्दीन के घर के आसपास लोगों से पूछताछ की है। छानबीन में सामने आया है कि मिनहाज के घर इरान से भी चार लोग कुछ दिन पहले आए थे। मिनहाज ने उन्हें घर पर शरण दी थी। कुछ दिन तक रुकने के बाद सभी वापस चले गए थे। यही नहीं, फेरी वाला बनकर मिनहाज के घर आने वाले संदिग्ध लोगों के बारे में भी एजेंसियां पता कर रही हैं। मिनहाज के यहां आने वाले लोगों का ब्योरा मिलने के बाद लखनऊ में अलकायदा से जुड़े लोगों के बारे में जानकारी मिलेगी। पुलिस की टीम ने खदरा, नौबस्ता और मडि़यांव के अलग अलग इलाकों में संदिग्धों की तलाश की। उधर, कानपुर से पकड़े गए संदिग्ध आतंकियों से पूछताछ के आधार पर एटीएस की छापेमारी जारी है।

एटीएस ने बिल्डर समेत चार अन्य संदिग्ध उठाए

लखनऊ में पकड़े गए अलकायदा समर्थित अंसार गजवातुल हिंद के माड्यूल इंडियन सबकांटीनेंट के दो आतंकियों से पूछताछ के आधार पर कानपुर में भी आतंकियों और उनके मददगारों की धरपकड़ तेज हुई है। जहां रविवार रात एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) ने दो संदिग्धों को हिरासत में लिया था, वहीं सोमवार को एक बिल्डर समेत चार अन्य लोग हिरासत में लिए गए। इन्हें मिलाकर कानपुर से अब तक छह लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

पकड़े गए आतंकियों ने दी थी सूचना

एटीएस द्वारा पकड़े गए आतंकवादियों से कानपुर में अन्य आतंकवादियों और उनके मददगारों के छिपे होने की सूचना दी गई थी। इसके आधार पर एटीएस ने रविवार देर रात तक छापेमारी करके जाजमऊ और पेचबाग इलाकों से एक-एक संदिग्ध को हिरासत में लिया था। सोमवार सुबह होते ही एटीएस ने दोबारा छापेमारी शुरू की। सुबह से लेकर देर शाम तक पुलिस ने जाजमऊ, बेकनगंज, चमनगंज, चकेरी व अनवरगंज में करीब एक दर्जन ठिकानों पर छापा मारा। इस कार्रवाई में चार अन्य को हिरासत में लिया गया है, जिसमें से एक चमनगंज का चर्चित बिल्डर भी है। अवैध इमारतें खड़ी करने में चर्चित इस बिल्डर के बारे में बताया जा रहा है कि इसने आतंकवादियों को आर्थिक सहायता मुहैया कराई थी।

बनाया था अपना ठिकाना

आतंकियों के कानपुर दौरे के समय इन्हें वाहन व ठहरने का ठिकाना भी इसी ने उपलब्ध कराया था। इसके अलावा चमनगंज क्षेत्र के एक हिस्ट्रीशीटर बदमाश और उसके साथी को भी एटीएस ने उठाया है। दोनों पर आरोप है कि वह एटीएस द्वारा गिरफ्तार आतंकियों को वारदात के लिए असलहे व बारूद उपलब्ध कराने का काम कर रहे थे। वहीं, दूसरी ओर पूछताछ में सामने आया है कि मिनहाज और मसीरुद्दीन करीब एक महीने तक कानपुर में रुके थे। सुबह के समय नई सड़क पर मार्निग वाक के दौरान दोनों ने अपने मददगार तलाशे। कानपुर में आतंकवादियों की चहलकदमी की सूचना पर दूसरे दिन भी पुलिस ने मुस्तैदी दिखाई। पूरे शहर में अभियान चलाकर चे¨कग की गई। रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन व बाजारों में पुलिस तैनात रही और भीड़ जमा नहीं होने दी।