- दो मरीजों की मौत, 23 डिस्चार्ज, 783 हुई एक्टिव पेशेंट की संख्या

रुष्टयहृह्रङ्ख (21 छ्वह्वठ्ठद्ग): शहर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है। संडे को पीएसी के 18 जवानों समेत 34 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसमें लारी आईसीयू-झलकारी बाई हॉस्पिटल की नर्स भी शामिल हैं। इसके अलावा मलिहाबाद में चार, राजाजीपुरम में दो, जानकीपुरम में एक, आलमबाग में एक, इंदिरानगर में एक, विकासनगर में एक, आशियाना में एक, गोमतीनगर विस्तार में एक, विवेकखंड में एक, लारी व प्रेमनगर में एक मरीज में वायरस की पुष्टि हुई है। इसके अलावा 108 एंबुलेंस सेवा ऑफिस में भी 1 कर्मचारी में कोरोना की पुष्टि हुई है। जिसके बाद संपर्क में आये लोगों की जानकारी मांगी गई है। वहीं ऑफिस के सेकंड फ्लोर को सेनेटाइजेशन के लिए बंद करा दिया गया है।

185 सैंपल भेजे, 23 मरीज डिस्चार्ज

सीएमओ की टीम ने संक्रमित मरीजों के क्षेत्र में स्कैनिंग अभियान चलाया। नगर निगम की टीम ने सेनेटाइज किया। वहीं, साढ़ामऊ अस्पताल में भर्ती 23 मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया गया।

रेलवे कर्मी समेत दो की मौत

केजीएमयू में कोरोना से मरीज की मौत हो गई। राजाजीपुरम निवासी व्यक्ति रेलवे में नौकरी करता था। वह काफी दिनों से डायबिटीज से पीडि़त थे। वहीं, एक निजी अस्पताल में मरीज की मौत के बाद उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। ऐसे में राजधानी में कोरोना से मरने वालों की संख्या 14 पहुंच गई है।

राजाजीपुरम निवासी 55 वर्षीय व्यक्ति में शनिवार को कोरोना की पुष्टि हुई। ऐसे में उन्हें केजीएमयू में भर्ती कराया गया। संस्थान के प्रवक्ता डॉ। सुधीर सिंह के मुताबिक, मरीज को डायबिटीज, हार्ट में दिक्कत थी। डॉक्टर्स ने मरीज को वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया, मगर फेफड़े ने काम करना बंद कर दिया। संडे सुबह मरीज की मौत हो गई। ऐसे में कोविड प्रोटोकॉल के तहत परिवारजन को शव सौंप दिया गया। इसके अलावा विकास नगर के विनायकपुरम निवासी 55 वर्षीय व्यक्ति की प्राइवेट हॉस्पिटल में मौत हो गई। शनिवार को उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।

दिल्ली से लौटा है बेटा, रेल कíमयों में अफरातफरी

राजाजीपुरम निवासी मृतक का बेटा कुछ दिन पहले दिल्ली से लौटा है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने संपर्क में आए सभी परिवारजन की सैंपलिंग करने के निर्देश दिए। वहीं रेलकर्मी की मौत से विभाग के कर्मचारियों में अफरातफरी मच गई। लिहाजा, संपर्क में आए कर्मचारियों की भी सूची मांगी गई है।

लिंब सेंटर को कोविड अस्पताल बनाने का फैसला, आदेश जारी

केजीएमयू में लिंब सेंटर को कोविड अस्पताल बनाया जाएगा। कुलसचिव ने शनिवार को विभागाध्यक्षों को आदेश जारी कर दिया। अब यहां होल्डिंग एरिया से लेकर आइसोलेशन वार्ड तक बनाए जाएंगे। केजीएमयू में लिंब सेंटर में पीएमआर विभाग, हिमेटोलॉजी विभाग, ऑर्थोपेडिक विभाग, पीडियाट्रिक ऑर्थोपेडिक, मेडिसिन विभाग संचालित हैं। इन सभी को दूसरे भवनों में शिफ्ट करने को कहा गया है। वहीं, भूतल पर कृत्रिम अंग निर्माणशाला है। यहां दिव्यांगों के लिए कृत्रिम अंग व सहायक उपकरण बनाने का काम होता है। ऐसे ही फिजियोथेरेपी यूनिट समेत कई लैब हैं। इन्हें शिफ्ट करने को लेकर काफी विरोध हो रहा है। हालांकि कार्य परिषद में लिंब सेंटर को कोविड अस्पताल बनाने पर मुहर लग गई है।