- पहले दिन चार सदस्यों के निधन पर शोक में कार्यवाही नहीं चलेगी

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रुष्टयहृह्रङ्ख : गुरुवार से आंरभ हो रहा 17वीं विधानसभा का मानसून सत्र अपने आप में अनूठा होगा। कोरोना महामारी के दौरान संवैधानिक बाध्यता के कारण बुलाए गए इस सत्र में अनेक ऐसी व्यवस्थाएं करनी पड़ रही हैं, जो विधानसभा के इतिहास में पहली बार होंगी। जैसे दर्शक दीर्घा में भी विधायकों को बैठना पड़ेगा। लॉबी में बैठकर भी विधायक सदन की कार्यवाही का हिस्सा होंगे।

वर्ष 2020 का यह द्वितीय सत्र तीन दिन का होगा। विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित ने बताया कि पहले दिन गुरुवार को प्रात: 11 बजे सदन के चार सदस्यों वीरेंद्र सिंह सिरोही, पारसनाथ यादव, कमल रानी वरुण व चेतन चौहान के निधन पर शोक संवेदना के बाद कार्यवाही स्थगित कर दी जाएगी। यह भी संयोग है कि एक साथ दो कैबिनेट मंत्रियों सहित चार सदस्यों के निधन पर शोक होगा। अस्वस्थ, महिला व 60 वर्ष से अधिक आयु वाले सदस्यों को बैठक में वर्चुअल शामिल की छूट मिलेगी। उन्हें भेजे गए ई-¨लक के जरिए उपस्थिति दर्ज मान ली जाएगी।

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ऐसा पहली बार

- दर्शक दीर्घा में भी बैठेंगे विधायक

- हां व ना लॉबी में होगी बैठने की व्यवस्था

- सभी सदस्य एक सीट छोड़कर बैठेंगे

- नेता सदन के पास कोई नहीं बैठेगा, संसदीय कार्यमंत्री की सीट भी अलग होगी

- सभी सदस्यों को मास्क लगाकर बैठना होगा

- एक साथ चार सदस्यों (दो कैबिनेट मंत्री व दो विधायक) के निधन पर शोक

- अस्वस्थ व 60 वर्ष से अधिक आयु वाले सदस्यों को वर्चुअल उपस्थिति की सुविधा के तहत ई-¨लक दिया गया

- सत्र के दौरान कैफेटेरिया बंद रहेगा, केवल गर्म पानी और काढ़ा पीने को मिलेगा

- प्रत्येक विधायक को कोरोना टेस्ट कराना होगा

- विधान परिषद कार्यवाही का यू-ट्यूब पर होगा प्रसारण